सवाई माधोपुर: अ*वैध बजरी खनन को लेकर चाहे सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी हो। फिर भी मित्रपुरा गांव में थाने के सामने से रात के अंधेरे में दर्जनों वाहन अ*वैध बजरी का परिवहन करते नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हालांकि रात में थाना क्षेत्र में पुलिस की गश्त रहती है, लेकिन दर्जनों की संख्या में अ*वैध बजरी से भरे डंपर और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का थाने के सामने से निकलना रात्रि गश्त पर ही नहीं स्थानीय पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा करता है।
गत गुरुवार की रात 12 बजे के करीब अ*वैध बजरी से भरे करीब एक दर्जन से ज्यादा डंपर मित्रपुरा थाने के सामने से दतवास की ओर निकाले। इस दौरान चार-पांच गाड़ियां इनको एस्कॉर्ट करती नजर आ रही थी। ग्रामीणों को कहना है कि थाने के सामने मित्रपुरा ग्राम पंचायत द्वारा करीब 10 लाख रुपये की लागत से हाई मास्क लाइट लगाई गई है। जिससे करीब 200 मीटर तक कि दूरी तक साफ दिखाई देता है। लेकिन जब बजरी से भरे डंपर निकलते हैं तो लाइट बन्द कर दी जाती है। जैसे ही अ*वैध बजरी से भरे वाहन निकल जाते हैं लाइट फिर से चालू कर दी जाती है। त्र के ग्रामीणों ने अ*वैध बजरी परिवहन पर रोक लगाने की मांग की है।