जिला मुख्यालय पर स्थित हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी इन दिनों अंधेरे में डूबी हुई है। हाउसिंग बोर्ड के सभी सेक्टर में रोड़ लाईटों के बन्द होने से रात होते ही सड़कों पर निकलने में आम जन को परेशानी का सामना करना पड़ता है। हाउसिंग बोर्ड के लोगों ने बताया कि जिला मुख्यालय पर हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी किसी विदेशी टापू के समान है। जिसमें रहने वाले लोगों की सुविधाओं या परेशानियों का ध्यान रखने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन या नगर परिषद प्रशासन के द्वारा कभी नहीं समझी जाती है। लोगों ने बताया कि सर्किट हाउस रोड़ से हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी में जाने वाली मुख्य सड़क बरसों से टूटी हुई है।
मुख्य सड़क पूरी तरह गड्ढों में बदल चुकी है। जिसमें केवल मिट्टी, गिट्टी, पत्थर ही नजर आते हैं। जबकि गलियों में सीवरेज लाईनों के डालने के लिए खोदी गई सड़कें आज भी वैसी ही नजर आती हैं। जिनमें पगडंडियों की तरह चलना पड़ता है। ऐसे में रात में सड़कों पर गड्ढों के दिखाई नहीं देने से वाहन चालकों को दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। वहीं अंधेरे के कारण गलियों में घुमते आवारा कुत्तों, सुआरों तथा गायों से भी खतरा बना रहता है। हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी के लोगों ने जिला प्रशासन से क्षेत्र में रोड़ लाईटों को सही करवाने की मांग की है।