जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुजरात के एक व्यक्ति को खुद को पीएमओ (PMO) यानि प्रधानमंत्री कार्यालय का अधिकारी बताकर सुरक्षा एजेंसियों को बेवकूफ बनाने वाला ठग को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने केंद्र सरकार का अतिरिक्त सचिव बनकर सुरक्षा व अन्य अतिथि सेवाओं का मजा लेने वाले ठग को एक पांच सितारा होटल से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान किरन भाई पटेल के तौर पर हुई है जो गुजरात के अहमदाबाद के रहने वाला है।
किरन पटेल के साथ तीन अन्य लोग थे शामिल, कई वीआईपी सेवाओं का उठाया आनंद :
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किरन भाई पटेल अकेले नहीं थे। उनके साथ तीन अन्य और लोग थे जो अभी फरार है। कहा जा रहा है कि किरन भाई पटेल को गिरफ्तार करने से पूर्व वे तीनों कश्मीर भाग गए होंगे। अदालती दस्तावेज के अनुसार सतर्क सुरक्षा अधिकारियों ने किरन पटेल को कश्मीर घाटी की उसकी तीसरी यात्रा के दौरान गत 3 मार्च को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार करने से पूर्व ठगों ने जेड प्लस सुरक्षा कवर, एक बुलेटप्रूफ महिंद्रा स्कोर्पियो एसयूवी व एक पांच सितारा होटल में कई वीआईपी सेवाओं का आनंद उठाया है।
पुलिस को 2 मार्च को मिली थी सूचना, 3 मार्च को किया गिरफ्तार:
जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि क्रिमिनल इनवेस्टिगेटिव डिपार्टमेंट ने गत 2 मार्च को सूचना दी थी कि खुद को पीएमओ कार्यालय में एडिशनल डायरेक्टर बताने वाला व्यक्ति कश्मीर आ रहा है। सूचना मिलने पर श्रीनगर पुलिस ने एक टीम का गठन किया एवं श्रीनगर में स्थित फाइव स्टार होटल ललित पहुंची जहां किरन भाई पटेल ठहरे हुए थे। पुलिस ने किरन पटेल से कुछ सवाल पूछे लेकिन उनके जवाब पर पुलिस को शक हुआ। उसके पश्चात पुलिस किरन पटेल को निशात पुलिस स्टेशन लेकर आ गई। जहां पुलिस के सामने किरन पटेल ने अपना अपराध क़ुबूल लिया। किरन पटेल को पुलिस ने 3 मार्च 2023 को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने गत शुक्रवार को एक बयान जारी करते हुए बताया कि किरन भाई पटेल पीएमओ (PMO) नई दिल्ली में एडिशनल डायरेक्टर के रूप में अपने आप को पेश करते रहे लेकिन वो वहां किसी पद पर नहीं हैं। साथ ही पुलिस ने बताया है कि पटेल से दस फर्जी विजिटिंग कार्ड व दो मोबाइल फोन जब्त किए हैं। पुलिस के अनुसार किरन भाई पटेल 17 मार्च तक पुलिस रिमांड पर थे। पुलिस ने पटेल के खिलाफ निशात पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 का मामला दर्ज किया है।
सूत्रों के अनुसार किरन भाई पटेल के विरुद्ध गुजरात में और भी तीन मामले दर्ज हैं। किरन पटेल कश्मीर में कई हेल्थ रिसॉर्ट्स पर सीआरपीएफ व जम्मू-कश्मीर पुलिस की निगरानी में सैर सपाटे पर गए थे, जहां उन्होंने कई वीडियो बनाए और उन्हे अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किए थे। इस दौरान पटेल को सिक्योरिटी व बुलेटप्रूफ गाड़ी भी दी गई थी।
इंटेलिजेंस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार किरन पटेल गिरफ्तारी से पहले भी खुद को पीएमओ (PMO) में एडिशनल डायरेक्टर के तौर पर दो बार कश्मीर आ चुके थे। जब पटेल दूसरी बार कश्मीर आए थे तब उनको सर्विलांस पर रखा गया। दूसरी ट्रिप पर उनका परिवार भी उनके साथ था। पुलिस के अनुसार किरन भाई पटेल हर यात्रा के दौरान कश्मीर आकर अलग-अलग बहाने से सुविधाओं का आनंद लेते थे और सैर-सपाटा करते थे।
किरन भाई पटेल के विरुद्ध दर्ज पुलिस शिकायत में बताया गया है कि ये व्यक्ति पैसे और सुविधाएं ऐंठना चाहता था। किरन पटेल की गिरफ्तारी की खबर बीते गुरुवार को उस समय सामने आई थी जब उन्हें श्रीनगर की एक अदालत में पेश किया गया। इंटेलिजेंस के इसी वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कश्मीर जैसी जगह पर सुरक्षा के हवाले से ये एक बहुत बड़ी चूक है। सोशल मीडिया पर किरण पटेल को सुरक्षा देने व सरकार को गुमराह करने के लेकर काफी सवाल उठाए जा रहे हैं।