इजरायल के हमास पर लगातार हमले के कारण मध्यपूर्व की गाजा पट्टी पर लाखों मुसलमान फंसे हुए हैं। यहां तक की पानी जैसी जरूरी चीजें भी नहीं मिल रही है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए भारत में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने गाजा में राहत सामग्री भेजने का फैसला किया है। 23 अक्टूबर तक दूसरी खेप मिश्र के रास्ते से पहुंच गई है। इसमें खाद्य सामग्री के साथ – साथ बच्चों के लिए दूध एवं पानी की बोतल भी रखी गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि गाजा में इंसानों की जान बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है।
भारत ने जो राहत सामग्री भेजी है, उसके लिए फिलिस्तीन और अन्य मुस्लिम देशों ने आभार जताया है। दुनिया में जहां भी मानवीय संकट होता है तो भारत की ओर से राहत सामग्री भेजी जाती रही है। गत वर्ष अफगानिस्तान में जब भीषण संकट आया था तो भारत ने ही हजारों टन गेहूं नि:शुल्क दिया था। ताकि अफगानिस्तान में इंसानों की जानों को बचाया जा सके। इन दिनों भारत में वल्र्ड कप खेल रही अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाडिय़ों की जर्सी पर अमूल दूध का विज्ञापन भी है।
सब जानते हैं कि सहकारिता क्षेत्र की भारतीय कंपनी अमूल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात की है। भले ही भारत ने अफगानिस्तान में कट्टरपंथी संगठन तालिबान की सरकार को अभी तक मान्यता न दी हो, लेकिन मूल का लोगों अफगानिस्तान के खिलाड़ियों की जर्सी पर लगाने की अनुमति दी है। क्रिकेट खिलाड़ियों को अमूल से जो मोटी राशि मिलेगी, उससे अफगानिस्तान में रह रहे मुसलमानों को ही फायदा होगा। कहा जा सकता है कि अफगानिस्तान के मुसलमान हो या फिर गाजा पट्टी के। भारत ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सभी मुसलमानों के प्रति हमदर्दी दिखाई है।
इतना ही नहीं भारत में फिलिस्तीन की संप्रभुता की वकालत भी की है। यह सब तब किया है जब इजरायल भारत का अच्छा और भरोसेमंद मित्र हैं। एक ओर पीएम नरेंद्र मोदी का अफगानिस्तान से लेकर गाजा पट्टी तक नागरिकों के प्रति ऐसा मानवीय दृष्टिकोण है, वही भारत में कुछ राजनेता मोदी पर मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगाते हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी तो विदेशों में जाकर कहते हैं कि भारत में मुसलमान सुरक्षित नहीं है। सवाल उठता है कि जो पीएम नरेंद्र मोदी अफगानिस्तान से लेकर गाजा पट्टी तक के मुसलमानों का इतना ख्याल रख रहे हैं वे मोदी अपने देश के मुसलमानों का कितना ख्याल रखते होंगे? पीएम बनने के बाद मोदी ने ऐसे अनेक योजनाएं बनाई है, जिसका सीधा फायदा देश के मुसलमानों को मिल रहा है।
आज देश का एक भी मुसलमान यह नहीं कह सकता है कि सरकारी योजनाओं में उसके साथ भेदभाव हो रहा है। कोरोना काल में देश के 80 करोड़ नागरिकों को मुफ्त में गेहूं और चावल दिए गए तब ऐसी सुविधा लेने वालों में करोड़ों मुसलमान भी शामिल हैं। बिना किसी भेदभाव के कोरोना का टीका भी मुफ्त में लगाया गया है।
🇮🇳’s humanitarian aid for the people of Palestine arrives in Egypt.
Amb @indembcairo @AjitVGupte handed over the relief material to Egyptian Red Crescent for onward transmission to Palestine. pic.twitter.com/mSn5RKoK5L
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) October 22, 2023
राहुल गांधी जैसे नेता माने या नहीं, लेकिन दुनिया के मुस्लिम देश मानते हैं कि आज भारत में मुसलमान न केवल सुरक्षित हैं बल्कि समृद्ध भी है। राहुल गांधी चाहते तो पाकिस्तान के नागरिकों के हाल देख सकते है। आज जबरदस्त महंगाई की वजह से पाकिस्तान के नागरिकों को दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो रही है। जबकि भारत में हर नागरिक सम्मान के साथ जीवन यापन कर रहा है।
(सोर्स : एसपी मित्तल ब्लॉगर)