नई दिल्ली: कथक गुरु कुमुदिनी लाखिया का 12 अप्रैल की सुबह निधन हो गया है। उनकी आयु 94 वर्ष थी।उनके निधन की पुष्टि उनके संस्थान ‘कदम्ब’ की एडमिनिस्ट्रेटर पारुल ठाकुर ने बीबीसी गुजराती से बातचीत में की है। जानकारी के अनुसार कुमुदिनी लाखिया का निधन 12 अप्रैल की सुबह 6-6:30 बजे के आसपास अहमदाबाद स्थित उनके घर पर हुआ। कुमुदिनी लाखिया को इसी साल भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
साल 2010 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। भारत में कथक नृत्य को नया आयाम देने वाली कुमुदिनी लाखिया ने 1964 में कदम्ब सेंटर फॉर डांस की स्थापना अहमदाबाद में की थी। इसकी शुरुआत उन्होंने स्टूडेंट्स के छोटे ग्रुप के साथ की थी। 1973 में कुमुदिनी लाखिया ने कोरियोग्राफी करना भी शुरू किया। 1987 में कुमुदिनी लाखिया को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। भारतीय नृत्य की दुनिया में कुमुदिनी लाखिया के अद्वितीय योगदान के लिए उन्हें कई सांस्कृतिक संस्थानों ने सम्मानित किया।