सवाई माधोपुर जिले में गत दिनों खेड़ली फाटक के पास आपसी पुरानी रंजिश के चलते महेंद्र मीणा उर्फ छितरिया निवासी सूरवाल की एक गैंगवार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस प्रकरण में एक बार फिर रविवार देर शाम सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने इस मामले में हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों को धर दबोचा है। पुलिस ने इस हत्याकांड में वांछित आरोपी रामभोला मीणा निवासी पढ़ाना एवं विकास उर्फ भरत्या मीणा निवासी खेड़ली को गिरफ्तार किया है। जिसका खुलासा जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने रविवार देर रात 8 बजे प्रेस वार्ता कर किया है। पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने प्रेस वार्ता कर बताया की गत 29 मई को देर रात हुई गैंगवार में महेंद्र मीणा उर्फ छितरिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में वांछित आरोपी रामभोला मीणा निवासी पढ़ाना एवं विकास उर्फ भरत्या मीणा निवासी खेड़ली को जीवद नदी से गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि मृतक महेंद्र मीणा को रामभोला उर्फ भोला और विकास उर्फ भरत्या ने ही सिर व छाती पर मारी थी। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों ही आरोपियों के खिलाफ पूर्व में भी कई मुकदमें दर्ज है। एसपी ने बताया कि शेष आरोपियों के बारे में पूछताछ जारी है।
पुलिस अब तक चार आरोपियों को कर चुकी है गिरफ्तार
महेंद्र मीणा हत्याकांड में पांच आरोपी फरार चल रहे थे। इनमें से पुलिस ने गत एक जून को फरार आरोपी दिलखुश मीणा और सुमेर उर्फ मंगल जाट निवासी करौली को गिरफ्तार किया था। बाकी दो मुख्य आरोपियों को पुलिस ने रविवार देर शाम को गिरफ्तार किया है। ऐसे में अब तक इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
डीके उर्फ दिलखुश अभी भी फरार
महेंद्र मीणा हत्याकांड में अब तक पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है वहीं अब भी एक आरोपी डीके उर्फ दिलखुश निवासी डेकवा फरार चल रहा है।
हथियार सप्लायर को भी दबोचा
इस मामले में पुलिस ने गत शुक्रवार को हथियार सप्लायर करने वाले दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि रामलखन मीणा और नेतराम मीणा उर्फ नेता मीणा निवासी खेड़ली कलां को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गंगापुर सिटी पुलिस उपाधीक्षक कालूराम मीणा को सौंपी थी हत्याकांड की जांच
महेंद्र मीणा हत्याकांड के मामले में राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा , खंडार विधायक अशोक बैरवा सहित कई जनप्रतिनिधियों ने मांग उठाई थी। कार्रवाई नहीं होने से सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने गत दिनों कलेक्ट्रेट परिसर में मृतक के परिजनों के साथ 5 घंटे तक धरना भी दिया था। साथ ही जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन एवं पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी से मुलाकात कर जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग भी की थी। डीजीपी और कलेक्टर के आश्वासन के बाद सांसद मीणा ने धरना समाप्त किया और 7-10 दिनों का अल्टीमेटम जिला प्रशासन को दिया था। इसके बाद एसपी ने मामले की पूर्व में जांच के लिए लगाए गए शहर पुलिस उपाधीक्षक नारायण लाल तिवाड़ी को बदलकर मामले की जांच गंगापुर सिटी पुलिस उपाधीक्षक कालूराम मीणा को सौंप दी गई थी।