बाड़मेर :- राजस्थान कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखकर चुनाव नहीं लड़ने को इच्छा ज़ाहिर की है। उन्होंने कहा कि चुनाव में गुड़ामालानी सीट से युवा चेहरे को मौका देना चाहिए। बता दें के हेमाराम चौधरी पिछले कुछ दिनों से चुनाव नहीं लड़ने का मन बना रहे थे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा की ज़ाहिर:-
हेमाराम चौधरी ने मल्लिकार्जुन को पत्र में लिखा है की, “आगामी विधानसभा में मैं प्रत्याशी के रूप में नहीं, बल्कि एक साधारण कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में ही हिस्सा लूंगा। इसके अलावा उन्होंने लिखा है की “अंतिम सांस तक कांग्रेस पार्टी की सेवा करूंगा”। हेमाराम चौधरी ने पत्र में लिखा है कि “समाज के पीड़ित और वंचित वर्ग के लोगों के लिए कुछ करने की आशा मुझमें बहुत छोटी उम्र से ही थी। जीवन में इस काम को करने के पहला मौका मुझे वकालत के माध्यम से मिला। जिस दौरान गरीब, किसान और आम आदमी को न्याय दिलाना मेरा लक्ष्य था।”
6 बार विधानसभा सदस्य के रूप में जनता की सेवा की:-
हेमाराम चौधरी ने कहा कि राजनीतिक जीवन के सफर के लिए मैं कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार का आजीवन आभारी रहूंगा। कांग्रेस पार्टी ने मुझे 6 विधानसभा के सदस्य के रूप में जनता की सेवा करने का अवसर दिया। इसके अलावा मुझे प्रदेश सरकार में मंत्रिमंडल का हिस्सा बनकर पूरे प्रदेश में जनता की सेवा करने का मौका दिया।
आखरी सांस तक कांग्रेस पार्टी की सेवा में,
हेमाराम चौधरी 🙏🏼@kharge @INCIndia @INCRajasthan pic.twitter.com/HRdRc4bUFL
— Hemaram Choudhary (@Hemaram_INC) October 26, 2023
उन्होंने कहा कि मेरे जैसे आम कार्यकर्ता के लिए अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत काफी कठिन थी। उन्होंने बताया की बीते सालों में जब भी पार्टी को कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा, मैं संघर्ष में हमेशा आगे रहा।
हेमाराम चौधरी ने कहा युवाओं को मौका देना चाहिए:-
हेमाराम चौधरी ने कहा कि मैंने सदैव यही कोशिश की है की मेरा राजनीतिक और सामाजिक जीवन, राजस्थान की जनता और कांग्रेस पार्टी के लिए फक्र और गर्व का कारण बने, लेकिन अब मैं जीवन के ऐसे पड़ाव पर खड़ा हूं, जहां मैं खुद को सक्रिय राजनीतिक जीवन के लिए पूरी तरह समर्पित करने में असमर्थ हूं।
मैंने हमेशा माना है की जिस तरह पार्टी ने मुझे कम उम्र में बड़ी जिम्मेदारी दी थी, वैसे ही मुझे आगे आने वाली पीढ़ी को मौका देना चाहिए। हेमाराम चौधरी ने पत्र में लिखा है कि मेरा अपना मानना है की प्रत्येक उम्रदराज और वरिष्ठ नेता को नैतिक जिम्मेदारी है को वह युवा नेताओं को प्रेरित करें, उन्हें आगे बढ़ने का मौका दें।