कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा सवाई माधोपुर जिले में प्रवेश कर चुकी है। आज सोमवार को महिला शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए सिर्फ महिलाएं राहुल गांधी के साथ चलीं। सुबह के सत्र में तेजाजी महाराज मंदिर से पीपलवाड़ा तक पदयात्रा में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेटा डिसूजा समेत हजारों महिलाएं शामिल हुईं। इस दौरान प्रसिद्ध कालबेलिया नृत्यांगना पद्मश्री गुलाबो सपेरा ने मनमोहन प्रस्तुति भी दी। सुबह के सत्र में चलते हुए राहुल गांधी ने मुख्य रूप से दो समूहों के साथ बातचीत की। पहली बातचीत भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रतिनिधियों के साथ हुई। इन लोगों ने राहुल गांधी को केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति की खामियां बताई। उनका कहना था कि केंद्र सरकार शिक्षा का केंद्रीयकरण कर रही है जबकि इसका और विकेंद्रीकरण होना चाहिए। दूसरी बातचीत कोटा के किन्नर समाज के लोगों के साथ थी। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार ने किन्नर समाज के उत्थान के लिए 10 करोड़ का बजट जारी किया है। बजट का ये पैसा सही तरीके से समाज के लोगों तक पहुंचे इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए। साथ ही किन्नर समाज के उत्थान के लिए सरकार जो योजनाएं चलाती है उन्हें लोगों तक पहुंचाने के लिए बेहतर ढंग से प्रचार प्रसार किया जाए।
सुबह 11 बजे कांग्रेस सांसद एवं पार्टी के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने महिला जनप्रतिनिधियों और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बाद आज राजस्थान में महिला शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए सिर्फ महिलाएं राहुल गांधी के साथ चल रही हैं। राज्य सरकार में महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने बताया कि महंगाई की सबसे ज्यादा मार महिलाओं पर पड़ती है। भारत जोड़ो यात्रा महंगाई के खिलाफ आवाज उठाने के लिए है। इसलिए राहुल गांधी के साथ महिलाएं कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान की कांग्रेस की सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए कई काम कर रही है। आईएम शक्ति उड़ान योजना के तहत महिलाओं को सैनेट्री पैड दिया जा रहा है। इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना के तहत 25 प्रतिशत सब्सिडी के साथ महिलाओं के लिए एक करोड़ तक लोन का प्रावधान है। ऐसी कई अन्य योजनाएं भी महिलाओं के लिए चलाई जा रही है।
राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज ने कहा कि सांप्रदायिकता और बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठाने के लिए आज बड़ी संख्या में महिलाएं राहुल गांधी के साथ चलीं। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेटा डिसूजा ने बताया कि पंचायतों में 35 प्रतिशत आरक्षण देकर राजीव गांधी ने महिलाओं का राजनीतिक सशक्तिकरण किया। विधायक दिव्या मदेरणा ने कहा कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बाद अब राजस्थान में एक दिन सिर्फ़ महिलाओं को यात्रा में चलने का मौका देना दिखाता है कि राहुल गांधी उन्हें राजनीतिक रूप से सशक्त करना चाहते हैं। मैं खुद राहुल गांधी जी की सोच की प्रोडक्ट हूं जिन्होंने मुझे टिकट देकर विधायक के रूप में सेवा का मौका दिया। बारां जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया और दौसा ज़िले के समलेटी ग्राम पंचायत की सरपंच रचना समलेटी ने बताया कि यदि राजीव गांधी पंचायतों में आरक्षण का प्रावधान नहीं करते तो वह चुनावी राजनीति में नहीं आ पातीं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सवाल के जवाब में जयराम रमेश ने कहा कि राजीव गांधी ने पंचायतों में एक तिहाई आरक्षण महिलाओं को दिया। जब मनमोहन सिंह की सरकार थी तब कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पास करवाया था। वह बिल आज भी लोकसभा में पड़ा हुआ है। मोदी सरकार को 8 साल साल हो गए। इन्होंने अभी तक इसे पारित करने का प्रयास नहीं किया। दोपहर में राहुल गांधी ने राजस्थान में महिलाओं के अधिकारों और कल्याण के लिए काम कर रहे 7 प्रमुख महिला संगठनों के साथ बातचीत की। इनमें दलित महिला मंच, आदिवासी महिला मंच, भेदभाव छुआछूत मुक्त अभियान, नेशनल मुस्लिम विमेन वेलफेयर सोसाइटी – जयपुर, महिला जन अधिकार समिति – अजमेर, मजदूर किसान शक्ति संगठन (MKSS) आदि के प्रतिनिधि थे।
महिलाओं ने अशोक गहलोत सरकार की पहल की सराहना करते हुए और बेहतर करने के लिए कई सुझाव दिए। राहुल गांधी ने वहां मौजूद मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि बातचीत के दौरान जो मामले आए हैं उन पर शीघ्र कार्रवाई करें। राहुल ने राजनीतिक संस्थानों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। शाम के सत्र में बड़ी संख्या में महिलाएं पदयात्रा में शामिल हुईं। इस दौरान अजमेर की फुटबॉलर किशोरियां भी राहुल गांधी के साथ चलीं। फुटबॉल इन लड़कियों के लिए आज़ादी का जरिया बना है। इसके माध्यम से इन्हें बाल विवाह जैसी अनेक सामाजिक कुरीतियों से लड़ने में मदद मिली है। पहले इन्हें घर से निकलने नहीं दिया जाता था। अजमेर की महिला जन अधिकार समिति किशोरियों के बीच इस खेल को प्रोत्साहित करती है।