नई दिल्ली: केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि ‘सरकार इस रणनीति पर काम कर रही है कि भारत से पानी की एक भी बूंद पाकिस्तान में न जाने पाये। उन्होंने ये टिप्पणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद की है। पाटिल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई निर्देश जारी किए हैं। मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए चर*मपंथी ह*मले में 26 लोगों की मौ*त हुई थी।
इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित करने और अटारी बॉर्डर को बंद करने सहित कई फैसले लिए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी कई कदम उठाए हैें। सिंधु जल संधि के तहत भारत को ब्यास, रावी और सतलुज नदियों के पानी पर अधिकार दिया गया था, जबकि तीन पश्चिमी नदियों सिंधु, चिनाब और झेलम के पानी पर पाकिस्तान को अधिकार दिया गया था। हालांकि इस संधि के तहत इन तीनों नदियों (सिंधु, चिनाब, झेलम) के पानी का भी 20 फीसदी पानी भारत के पास है।