25 से 31 मई तक जिले में 318 विवाह समारोह प्रस्तावित हैं। इन विवाह समारोहों के आयोजकों को विवाह कार्यक्रम टालने के लिए समझाने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन बताया कि नई गाइडलाइन के मुताबिक विवाह आयोजनकर्ता को प्रशासन को ऑनलाइन सूचित करना होता है कि अधिकतम 11 व्यक्तियों की उपस्थिति में कब और कहां विवाह आयोजन होगा। इस पोर्टल पर मंगलवार शाम 4 बजे तक 318 विवाह आयोजन की सूचना प्राप्त हुई है। कोरोना के संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाया हुआ है। साथ ही आयोजित होने वाले सभी विवाह समारोहों को 30 जून तक स्थगित रखने की सलाह दी गई है। ये अधिकारी प्रत्येक आयोजक के पास पहुंच कर विवाह स्थगित करने के लिए विनम्रता से समझाइश कर रहे हैं ताकि आयोजक के परिवार को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके। यदि आयोजक फिर भी न माने तो अपरिहार्य स्थिति में विवाह घर से ही बिना बैंड, घोडी, बाजा, हलवाई के करने तथा इसमें अधिकतम उन्हीं 11 लोगों की उपस्थिति ही अनुमति दी गई हैै जिनकी सूचना पोर्टल पर दर्ज करवा दी गई है। ऑनलाइन पोर्टल पर जिले में प्रस्तावित विवाह समारोह को स्थगित करने की समझाईश और गाइडलाइन की पालना करवाने के लिए इन 50 अधिकारियो को जिला कलेक्टर ने क्षेत्र आवंटित कर ग्रामीण क्षेत्रों में भेजा है। जिला कलेक्टर द्वारा नियुक्त अधिकारियों ने मंगलवार को सम्बंधित उपखंड अधिकारी के निर्देशन में गांवों में पहुंचकर सक्रियता से अपनी जिम्मेदारी निभाई। इन अधिकारियों द्वारा एक्टिव मोड में रहते हुए गांवों में सतत निगरानी एवं मॉनिटरिंग की जा रही है। रावंल गांव में सीबीईओ सवाई माधोपुर निदेश गुप्ता ने पीपल पूर्णिमा पर आयोजित होने वाले विवाह समारोह को स्थगित करने के लिए ग्रामीणों से समझाईश की, वहीं कोर कमेटी की बैठक लेकर डोर टू डोर सर्वे, दवा किट वितरण तथा गाइड लाइन की पालना के संबंध में फीडबेक लिया।
उन्होंने कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सावधानियां बरतने तथा लोगों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित किया। नियुक्त अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत, कस्बे में सतत निगरानी, सतर्कता के साथ गाइडलाइन और जारी दिशा निर्देशों की पालना संपादित करवाने, लॉकडाउन में अनुमत गतिविधिया के अलावा आगमनध्निर्गमन पर सतत निगरानी रखी जा रही है। अधिकारियों द्वारा लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा आवंटित ग्राम पंचायत पर पहुंचकर कोर कमेटियों के साथ बैठक की, लोगों को समझाईश करने के लिए कोर कमेटियों को सक्रितया से कार्य करने तथा कमेटी के सदस्यों के साथ लोगों तक पहुंचकर विवाह समारोह स्थगित करने के संबंध में समझाया।