जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर के तत्वाधान में आज शनिवार को नशीली दवाइयों के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी के संबंध में पैनल अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार वर्मा द्वारा ग्राम बंबोरी तहसील व जिला सवाई माधोपुर तथा पैनल अधिवक्ता हनुमान प्रसाद गुर्जर द्वारा आलनपुर में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। पैनल अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार वर्मा द्वारा उपस्थित आमजन को विधिक जानकारी देते हुए बताया गया कि आज के समय में मादक पदार्थों का सेवन एक बड़ी चुनौती बन चुका है, युवाओं का एक बड़ा वर्ग इसकी चपेट में आ गया है। कोकेन, हेरोइन, अफीम, गांजा, शराब ब्राउन शुगर और भांग जैसे नशीले पदार्थों का सेवन करके लोग अपना जीवन खराब कर रहे है। यह पदार्थ कुछ समय के लिए नशा देते हैं जिसमें व्यक्ति को सुखद अनुभूति होती है पर जैसे ही नशा खत्म होता है व्यक्ति फिर से उसे लेना चाहता है। कुछ ही दिनों में उसे इन पदार्थों की लत लग जाती है । स्कूल कॉलेजों में ड्रग, नशीली गोलियां चोरी-छिपे बेची जा रही है जो युवाओं के भविष्य को नष्ट कर रही है इन मादक पदार्थों का सेवन करने के बाद जल्द ही इसकी लत लग जाती है उसके चक्कर में लोग चाहकर भी इसे छोड़ नहीं पाते है।
नशीले पदार्थों के सेवन से मस्तिष्क, यकृत और हृदय पर बुरा प्रभाव होता है हार्ड अटैक का खतरा बढ़ जाता है व्यक्ति अपने सामाजिक जिम्मेदारियों से विमुख हो जाता है वह अपने रुचिकर कार्यों से भी विमुख हो जाता है। नशे के प्रभाव में व्यक्ति दूसरे लोगों के साथ बुरा व्यवहार करता है, मादक पदार्थों के सेवन के लिए व्यक्ति अपने सारे पैसे खर्च कर देता है । दूसरे लोगों के पैसे चोरी करने लग जाता है । कई बार वह अपनी जमीन, मकान और घर इत्यादि को भी नशा करने के लिए बेच देता है। पैनल अधिवक्ता ने उपस्थित आमजन को बताया कि व्यक्ति अपने मन में नशे की लत को छोड़ने की ठान ले, मन में प्रबल इच्छा होना जरूरी है । पुनर्वास केंद्र, नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती होना अच्छा विकल्प है। मनोवैज्ञानिक पद्धति से भी रोगी का इलाज किया जाता है। नशे से ग्रस्त रोगियों को रोज डायरी लिखनी चाहिए ऐसा करने से बहुत लाभ होता है । साथ ही उपस्थित आमजन को कोविड-19 महामारी की रोकथाम और बचाव के संबंध में जानकारी देते हुए मास्क इत्यादि का वितरण किया।