सामान्य रूप से खांसी, बुखार, जुकाम के मरीजों को निजी चिकित्सालय सामान्य व्यवहार करते हुए उपचारित करें। ऐसे मरीजों को अनावश्यक रूप से रैफर नहीं किया जाए। ये निर्देश जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी.सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में निजी चिकित्सकों को बैठक में दिए।
कलेक्टर डॉ. सिंह ने बैठक में कहा कि कोरोना वायरस के संबंध में लोगों में जागरूकता लाने में सहयोग करें। निजी चिकित्सक मरीजों को सामान्य रूप से उपचारित करें, यदि उन्हें लगे कि मरीज सस्पेक्टेड है, तो उसकी जांच एवं सेंपल लेने के लिए जिला अस्पताल में सूचना दें। साथ ही सीएमएचओ कार्यालय के नियंत्रण कक्ष 07462-235011 या कलेक्ट्रेट के नियंत्रण कक्ष 07462-220201 पर तत्काल सूचना भी दें।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के संबंध में विशेष रूप से प्रभावित देश ईरान, चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, हांगकांग एवं सिंगापुर से आने वाले पर्यटकों को होटल में चेक इन करवाने से पूर्व स्क्रीनिंग की जा रही है। ऐसे पर्यटकों को वापस जहां से आए थे, वहां जाने की सलाह दें। इन देशों से आने वाले पर्यटकों की आवश्यक रूप से स्क्रीनिंग, सेंपलिंग होगी, संस्पेक्टेड होने पर बनाए गए आईसोलेटेड, कोरंटाईन वार्ड में रखेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर आमजन डरे नहीं, सावधानी रखे, निर्देशों की पालना करें।
उन्होंने निजी चिकित्सालयों के प्रभारियों को भारत एवं राज्य सरकार की गाइडलाइन की जानकारी देते हुए कहा कि लोगों में पेनिक स्थिति क्रिएट नहीं करें। हाइड्रोक्लोराइड सोल्यूशन का उपयोग करते हुए सफाई पर जोर दिया। बैठक में उन्होंने कहा कि ट्रिपल लेयर या एन-95 मॉस्क का प्रयोग जहां संक्रमण के अधिक अवसर हो वहां किया जाए, हर किसी को इसका प्रयोग करने की आवश्कता नहीं है। बैठक में सीएमएचओ को पीपीटी एवं गाइडलाइन निजी चिकित्सकों को उपलब्घ करवाने के निर्देश दिए। निजी चिकित्सकों ने सवाल जवाब कर अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। बैठक में विभिन्न निजी चिकित्सालयों के प्रभारी चिकित्सक, सीएमएचओ डॉ.तेजराम मीना, पीसीपीएनडीटी समन्वयक आशीष गौत्तम सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।