सवाई माधोपुर जिले का सबसे पहला फिजियोथेरेपी सेंटर राधास्वामी फिजियोथेरेपी एन्ड एडवान्स्ड ऑर्थो न्यूरो रिहैबिलिटेशन सेंटर अपनी बेहतर सेवाओं के लिए ना की सिर्फ सवाई माधोपुर में ही बल्कि सम्पूर्ण राजस्थान में जाना जाता है। सिर्फ अपने नाम से ही नहीं बल्कि मरीजों के सफलतापूर्वक इलाज से जाना जाता है। यहां राजस्थान के अन्य जिलों से मरीज अपना इलाज करवाने आते है और एकदम ठीक होकर अपने घर जाते है। राधास्वामी फिजियोथेरेपी सेंटर जिले का एकमात्र अत्यधुनिक उपकरणों से सुसज्जित फिजियोथेरेपी सेंटर है, जहां पर आधुनिक मशीनों द्वारा जटिल से जटिल ईलाज की बेहतर सुविधा है। इस सेंटर पर फिजियोथेरेपी के आधुनिक तकनीकों द्वारा जैसे टेपिंग, ड्राईनिडलिंग, स्पाइनल, मोबिलाइजेशन, मेनिप्यूलेशन एवं कपिंग थेरेपी द्वारा सभी शारिरिक तकलीफों से छुटकारा पाया जा सकता है एवं अपनी जीवन शैली को दर्द मुक्त बनाया जा सकता है।
राधास्वामी फिजियोथेरेपी सेंटर पर कमर दर्द एवं जकड़न, लकवे का ईलाज, छल्ला खिसकना, कमर की हड्डी का खिसकना, कंधे का दर्द व जाम होना, कमर से दर्द पैरों की तरफ जाना, गर्दन से दर्द होता हुआ कंधे एवं हाथों तक जाना, जोड़ों का जाम होना, जोड़ प्रत्यारोपण, खेल-कूद के कारण मांसपेशियों में खिंचाव, मुँह का टेढ़ापन, चलने फिरने में तकलीफ, वृद्धावस्था व बच्चों की फिजियोथेरेपी, सर्जरी से पहले एवं बाद कि फिजियोथेरेपी इत्यादि बीमारियों का सफलतापूर्वक ईलाज किया जाता है। अपने सफलतम ईलाज के लिए राधास्वामी फिजियोथेरेपी एन्ड एडवान्स्ड ऑर्थो न्यूरो रिहैबिलिटेशन सेंटर के डॉक्टर गणपत लाल वर्मा को कई बार जिला स्तरीय सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है। हाल ही में डॉ. गणपत को फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में बेहतर सेवाएं देने के लिए सेहत साथी फाउंडेशन ने फिजियो आईकॉन अवॉर्ड-2021 से भी सम्मानित किया है।
फिजियोथेरेपी से महज डेढ़ माह में चलने – फिरने लगा हीरालाल
राधास्वामी फिजियोथेरेपी एन्ड एडवान्स्ड ऑर्थो न्यूरो रिहैबिलिटेशन सेंटर सवाई माधोपुर के डॉ. गणपत लाल वर्मा ने बताया कि उनके द्वारा फिजियोथेरेपी के ईलाज एवं परामर्श से 65 वर्षीय कुस्तला निवासी हीरालाल को गुलिन बेरी सिंड्रोम जिसे जीबीएस बीमारी के नाम भी जाना जाता है नामक बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया था। यह बीमारी लाखों लोगों में से किसी एक को होती है। इस बीमारी में बॉडी का इम्युनिटी सिस्टम एकदम कमजोर हो जाता है। इस बीमारी के चकते हीरालाल के भी चारों हाथ पैरों ने काम करना बंद कर दिए थे।
हीरालाल ने जयपुर के कई डॉक्टरों का परामर्श लिया लेकिन उन्हें कहीं लाभ नहीं मिला। इसके बाद वे राधास्वामी फिजियोथेरेपी एन्ड एडवान्स्ड ऑर्थो न्यूरो रिहैबिलिटेशन सेंटर पहुंचे। जहां पर डॉ. गणपत लाल वर्मा ने मरीज के हाथ-पैरों की जांच की। इसके बाद फिजियोथेरेपी से ईलाज करना शुरू कर दिया। हीरालाल ने घर पर ही ईलाज की सुविधा ली। हीरालाल का घर पर हर दिन 2 घन्टे इलाज चलता था। जिसमें करीब 50-70 एक्सरसाइज करवाई जाती थी। लगातार ईलाज के चलते और उनकी फिजियोथेरेपी से हीरालाल महज डेढ़ महीने में ही ठीक होकर चलने – फिरने लगे।
डॉ. गणपत की फिजियोथेरेपी से इस्लाम अली दो साल बाद फिर चलने-फिरने लगा
इसी प्रकार डॉ. गणपत के ईलाज व उनके परामर्श से 38 वर्षीय इस्लाम अली 2 साल बाद फिर चलने-फिरने लगे है और स्वस्थ होकर अपने घर लौटे। डॉ. गणपत ने बताया कि झुंझुनूं निवासी इस्लाम अली भारू को स्पाइनल कॉर्ड इंजरी हो गई थी। जिससे मरीज के दोनों पैरों ने काम करना बंद कर दिया था साथ ही कमर के नीचे का हिस्सा बिल्कुल भी काम नहीं कर रहा था इस्लाम अली ने कई जगह अपना ईलाज करवाया लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं मिला सका।
डॉ. गणपत ने बताया कि कुछ दिन पूर्व सवाई माधोपुर जिले के सबसे बड़े सोशल मीडिया चैनल “सवाई माधोपुर एप” ने उनके ही एक मरीज हीरालाल के सफलतम ईलाज की वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जारी की थी। जिसकी वजह से झुंझुनूं निवासी इस्लाम अली भारू को डॉ. गणपत लाल वर्मा के बारे में पता चला। इसके बाद उन्होंने डॉ. गणपत से परामर्श लिया। डॉ. गणपत लाल वर्मा की लगातार डेढ़ महीने ली मेहनत व व्यायाम से इस्लाम अली भारू को उनके पैरों ने चलना – फिरना सीखा दिया। इस्लाम अली भारू करीब दो साल बाद चलने में समर्थ हुए है।
आप भी अगर किसी बीमारी से परेशान है तो राधास्वामी फिजियोथेरेपी एन्ड एडवान्स्ड ऑर्थो न्यूरो रिहैबिलिटेशन सेंटर से संपर्क कर सकते है।
अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें : –
डॉ. गणपत लाल वर्मा
+91 7891650872
राधास्वामी फिजियोथेरेपी एन्ड एडवान्स्ड ऑर्थो न्यूरो रिहैबिलिटेशन सेंटर
पता: लाला ट्रेडर्स के पास, मण्डी रोड़, आलनपुर लिंक रोड़, सवाई माधोपुर