मानटाउन थाना पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाकर नगर परिषद सवाई माधोपुर की आवासीय योजना शास्त्री नगर में खाली पड़े भूखंडों के प्लाट बेचने के दो आरोपियों गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी सराउद्दीन और जलीस को गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गत 12 अगस्त को सवाई माधोपुर नगर परिषद आयुक्त नवीन भारद्वाज ने मानटाउन थाने पर मामला दर्ज करवाया था। जिसमें बताया गया की नगर परिषद सवाई माधोपुर क्षेत्र में आवासीय योजना शास्त्री नगर चकचैनपुरा के खाली भूखण्ड संख्या 63, 64, 65, 66, 74, 77, 128, 137, 186, 187 के फर्जी दस्तावेज तैयार कर भू – माफियाओं द्वारा पंजीयन कार्यालय में पंजीयन करवा लिया।
जिस पर मामला मानटाउन थाने में दर्ज किया गया था। प्रकरण में कार्रवाई के दौरान नगर परिषद आयुक्त सवाई माधोपुर के मौखिक एवं दस्तावेजी साक्ष्य संकलन किये गए व रिकॉर्ड चेक किया गया तो भूखंडों की रजिस्ट्री के लिए जो दस्तावेज सलंग्न किये गए थे वो फर्जी एवं कूटरचित पाए गए। सवाई माधोपुर जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार विश्नोई एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अनुसंधान राजवीर सिंह चंपावत सीओ शहर सवाई माधोपुर के द्वारा किया गया। थानाधिकारी मानटाउन के सहयोग से मामले के आरोपी सराउद्दीन पुत्र छितर निवासी पचीपल्या और जलीस पुत्र मुंश्या निवासी खटूपुरा को पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार किया गया।
पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है। आरोपी सराउद्दीन से पूछताछ करने पर पता चला कि उसने अपने साले के लड़के कालू उर्फ इकबाल पुत्र सरताज निवासी करमोदा से प्लाट सख्या 186 का अलॉटमेंट लेटर मिला था। अब पुलिस के सामने यह सवाल है कि आखिर प्लाटों का फर्जी और कूटरचित दस्तावेज किसके द्वारा तैयार कर आरोपियों को उपलब्ध करवाए गए। पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों से भु – माफिया गैंग सवाई माधोपुर में फर्जी पट्टे, फर्जी 90 बी के कागजात तैयार करने एवं सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वालों का खुलासा होने की जानकारी मिली है। पुलिस इस संबंध में जांच और घटना में शामिल नामजद हुए अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।