जिलें में खोने-पाने वाले बच्चों को परिजनों से मिलाने, देखरेख एवं संरक्षण की जरूरत वाले बच्चों को उचित पुर्नवास को लेकर एसपी सुनील कुमार विश्नोई ने सभी हितधारकों के साथ मीटिंग ली।एसपी सुनील कुमार विश्नोई ने बताया कि पुलिस द्वारा जिले में खोने-पाने वाले बच्चों को माता-पिता से मिलाने के लिए मिलाप-3 अभियान चलाया जा रहा है। जिसके माध्यम से गुमशुदा बच्चों को ढूंढने तथा खोये-पाये बच्चों को उनके परिजनों से मिलाने का प्रयास किया जाएगा।
भिक्षावृत्ति तथा बालश्रम में लिप्त पाये जाने वाले बच्चों का सर्वे भी करवाया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और जुग्गी झोंपड़ियों आदि स्थानों पर रहने वाले बच्चों की स्क्रीनिंग करने के भी निर्देश दिए। एसपी ने बताया कि मिलाप-3 अभियान 15 मार्च से 15 अप्रैल तक चलेगा। मिलाप-3 अभियान के तहत ज्यादा से ज्यादा खोने-पाने वाले बच्चों को माता-पिता से मिलवाया जाएगा।
इसके लिए सवाई माधोपुर जिले में कुछ स्थानों पर रेड क्रॉस क्षेत्र चिन्हित किए गए है, उन सभी बस्तियों में सर्वे करवाया जायेगा। इन इलाकों में जो भी संदिग्ध बालिका मिलेगी, उसकी पूरी जांच करवाई जाएगी तथा उसके वास्तिविक माता-पिता की तलाश कर बालिका को परिवार से मिलवाया जाएगा। बैठक में चाइल्डलाइन ने सभी गुमशुदा बच्चों की सूचना चाइल्डलाइन टीम को देने की भी बात रखी। साथ ही एक व्हाटसएप्प ग्रुप बनाकर सभी थानों के बाल कल्याण अधिकारियों को ग्रुप में जोड़कर बच्चों की जानकारी साझा करने की बात कही गई।
पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी थाने के बाल कल्याण अधिकारियों की टीम बनाकर त्वरित गति से सर्वे कराने का काम भी प्रारंभ कर दिया गया है और सभी पुलिस अधिकारी बाल कल्याण के क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं से समन्वय बैठाकर मिलाप-3 अभियान को सफल बनाये ताकि हर बालक को उसके माता पिता से मिलवाया जा सके। बैठक में एएसपी राकेश राजोरा, डीएसपी राजवीर सिंह, चाइल्डलाइन के हरिशंकर बबेरवाल, काउन्सल लवली जैन, मर्सी आश्रय गृह की सामाजिक कार्यकर्ता अलकनन्दा त्रिवेदी, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष श्वेता गर्ग सदस्य युवराज चौधरी, जेजेबी के सदस्य एवं जिले कें सभी थानों के बाल कल्याण अधिकारी मौजूद रहे।