जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई आयोजित
आगामी दिनों में विभिन्न समुदायों के कई त्यौहार जैसे रामनवमीं, अम्बेडकर जयन्ती, महावीर जयंती, गुड फ्राइडे, परशुराम जयंती, ईद उल फितर त्यौहार आ रहे हैं। इन त्यौहारों के मध्यनजर जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक आयोजित कर शहर में शांति एवं कानून व्यवस्था बरकरार रखने के निर्देश दिये है। कलेक्टर ओला ने कहा कि जिले में पूर्ण सद्भाव, सौहार्द, शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करना जिले के प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है।
जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने सभी पुलिस अधिकारियों एवं उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिये कि छोटी से छोटी घटना को पूर्ण गम्भीरता से लेकर गड़बड़ी फैलाने की कोशिश करने वालों के विरूद्ध तत्काल एक्शन लें। उन्होंने अधिकारियों को बिना अनुमति जूलूस, सड़क पर डीजे बजाने पर रोक की पूर्ण पालना करवाने के निर्देश दिये। साथ ही त्यौहारों के पहले संबंधित रूट का फ्लैगमार्च करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि सक्षम अधिकारी की अनुमति के बाद जुलूस या अन्य कोई धार्मिक आयोजन होता है और यह निर्धारित रूट के बजाय अन्य स्थान से गुजरता है, भडकाऊ नारे लगाये जाते हैं, किसी भी राहगीर, दुकानदार या अन्य व्यक्ति को परेशान किया जाता है तो सम्बंधित व्यक्ति के साथ ही आयोजक पर भी कठोर कार्रवाई होगी।
डीजे संचालक सुनिश्चित कर लें कि आयोजक ने डीजे बजाने की पूर्व अनुमति प्राप्त कर ली है। इसका उल्लंघन होने पर डीजे जब्त करने के साथ ही डीजे संचालक पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। अपराधी चाहे किसी धर्म, जाति या वर्ग का हो, अपराध में उसकी संलिप्तता पाये जाने पर उसे बख्शा नहीं जाएगा क्योंकि एक छोटी सी लगने वाली घटना पूरे जिले का नाम बदनाम करती है, दूसरे स्थानों पर भी तनाव की सम्भावना बनती है, छवि को आंच आती है, कई वर्षों तक इसका दंश और आपसी मनमुटाव जारी रहता है, अर्थव्यवस्था, रोजगार की स्थिति खराब होती है। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार विश्नोई ने कहा कि जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द का माहौल है। पुलिस प्रो-एक्टिव होकर शांति व्यवस्था कायम रखने की दिशा में कार्य करें। त्यौहारों को देखते हुए रात्रि गश्त बढ़ाने के निर्देश संबंधित थानाधिकारी को दिये।