जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आज आपदा प्रबंधन के संबंध में मानसून पूर्व तैयारी के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई।
सरकारी सूत्रों के अनुसार बैठक में जिला कलक्टर ने सभी विभागों से अतिवृष्टि या अन्य संभावित आपदाओं से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि से निपटने के लिए संभावित निचले स्थानों, जहां पानी भरने की संभावना हो, का चिन्हीकरण कर लिया जाए। बैठक में कलेक्टर ने जिला एवं उपखंड स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित कर 15 जून तक आवश्यक रूप से संचालित करने के निर्देश दिए।
सूत्रों के अनुसार कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिए कि निचले इलाकों में पानी भरने पर लोगों का आश्रय यदि छिनता है तो उन्हें स्कूल, धर्मशालाओं में आश्रय दिया जा सकता है। उन्होंने शिक्षा विभाग को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कोई भी स्कूल क्षतिग्रस्त भवन में संचालित नहीं हो। कलेक्टर ने बैठक में वनविभाग को निर्देश दिए कि वह जिले में स्थित पिकनिक स्पाॅट्स पर कर्मचारियों की नियुक्ति करें, चेतावनी बोर्ड लगवाएं तथा चेन लगवाएं। उन्होंने मौसम विभाग को निर्देश दिए कि खराब मौसम की पूर्व चेतावनी तैयार करें तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को निर्देश दिए कि वह संबंधित विभागों से समन्वय कर आमजन के लिए उपयोगी सूचनाओं का विभिन्न माध्यमों पर समुचित प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें। उन्होंने एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देश दिए कि आपदा से नुकसान होने पर तुरन्त आंकलन करें और सूचनाएं दें। साथ ही उन्होंने पटवारियों और तहसीलदारों को मुख्यालय पर ही रहने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने बिजली, पानी तथा दूरसंचार जैसी आवश्यक सेवाओं को आपदा की स्थिति में तुरन्त बहाल करने के भी निर्दश प्रदान किये। उन्होंने रसद विभाग को निर्देश दिए कि वह पेट्रोल, डीजल जैसी आवश्यक वस्तुओं का रिजर्व भण्डारण करने तथा आवश्यकता पड़ने पर भोजन के पैकेट की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग तथा पशुपालन विभाग को आवश्यक दवाईयों की व्यवस्था, एम्बुलेन्स की सूची तथा सम्भावित बीमारियों से बचाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने जलदाय विभाग को नलों में गन्दा पानी आने की स्थिति में ब्लीचिंग पाउडर व अन्य केमिकल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने नदियों में नावों से आवागमन की स्थिति में नावों की फिटनेस की जांच कर रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने जल संसाधन विभाग से भी बांधों एवं नहरों की मरम्मत करवाकर फिटनेस सर्टिफिकेट लेने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बांधो का जायजा लेने, दीवारों की स्थिति जानने तथा दरवाजों की ओयलिंग-ग्रीसिंग करने के भी निर्देश दिए।
एडीएम ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को आपदा की स्थिति में क्षतिग्रस्त मार्गों की मरम्मत करने, पुलियाओं पर चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश प्रदान किए। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों से ट्रांसफार्मर ऊंचे करवाने तथा ढीले तारों को ठीक करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस विभाग से आपदा की स्थिति में होमगार्ड, आरएसी तथा गोताखोरों की व्यवस्था करने को कहा। पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने आपदा प्रबंधन के तहत तैयारियां पूरी रखते हुए पुराने अनुभव के आधार पर अच्छे से कार्य करने की बात कही।
बैठक में पुलिस अधीक्षक, एडीएम सवाई माधोपुर, गंगापुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सभी उपखंड अधिकारी, बिजली, पानी, चिकित्सा, सार्वजनिक निर्माण विभाग, नगर परिषद, शिक्षा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।