नूंह:- आज सुबह भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा में प्रवेश हो गई है। प्रवेश के बाद नूंह जिले के पाटन उदयपुरी में ध्वज हस्तांतरण समारोह हुआ। जहां राहुल गांधी की मौजूदगी में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान को राष्ट्रीय ध्वज सौंपकर हरियाणा में यात्रा की शुरुआत की। यात्रा के सुबह के सत्र में कड़ाके की ठंड और घना कोहरा था। फिर भी बड़ी संख्या में लोग यात्रा में शामिल हुए और पूरे मार्ग पर लोग ही लोग थे। हर गाँव में बच्चों, महिलाओं सहित हज़ारों लोगों ने यात्रा का स्वागत किया।
आज सुबह मुख्य रूप से दो समूह राहुल गांधी के साथ चले। पहले ग्रुप में समाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव और इतिहासकार सादिक अहमद के साथ कई अन्य लोग भी राहुल गांधी के साथ चले। जिन्होंने मेवात के गौरवशाली इतिहास पर चर्चा कि की कैसे मेवात ने हर बार आक्रमणकारियों को रोका है। मुगलों के दौर में मेवात में बाबर के खिलाफ लड़ाई लड़ी। अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। इस दौरान मेवात के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए क्या होना चाहिए? इस पर भी बात हुई। जो भी सुझाव आए उन्हें राहुल गांधी ने ध्यान से सुना और कहा कि हम अपने स्तर से मेवात के विकास के लिए संकल्पित हैं। यहां के विकास के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की ज़रूरत है। दूसरा समूह स्वयंसेवी महिलाओं का था। जिन्होंने मुख्य रूप से बढ़ती महंगाई और रोजगार से जुड़ी समस्याओं पर बात की।
सुबह 11:00 बजे के करीब कांग्रेस सांसद एवं पार्टी के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश, हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी एवं सांसद शक्ति सिंह गोहिल, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भान, कांग्रेस के मीडिया तथा प्रचार के चेयरमैन पवन खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
जयराम रमेश ने यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कन्याकुमारी से 7 सितंबर को भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई थी। यात्रा में 120 भारत यात्री हैं। इनमें 30 प्रतिशत महिलाएं हैं। यात्रियों की औसत आयु 38 साल है। सभी भारत यात्री कन्याकुमारी से कश्मीर के लिए चले हैं और भी भारत यात्री सभी राज्यों से आते हैं। केरल से लेकर जम्मू कश्मीर, गुजरात से लेकर मणिपुर, सभी राज्यों में जो कांग्रेस कार्यकर्ता हैं वो भारत यात्री के रूप में यहां आए हैं। आज सुबह कोहरे और ठंड के बावजूद हमारा ज़बरदस्त स्वागत हुआ। नूंह जिले में बड़ी संख्या में लोग आए।
राज्य की बदहाल सड़कों का जिक्र करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के पिछले 104 दिनों में इतनी खतरनाक सुबह कभी नहीं हुई। आज सुबह 14 किलोमीटर की यात्रा में शायद 300 से भी ज़्यादा गड्ढे मिले। सड़क की ऐसी स्थिति किसी राज्य में नहीं थी, जैसा आज हमने देखा। बीजेपी सरकार को 8 साल और 2 महीने हो गए हैं लेकिन सड़कों की ऐसी स्थिति है। हम आज सड़कों पर नहीं गड्ढों में चले। जयराम ने चुटकी लेते हुए कहा कि अलग-अलग आकार के गड्ढे दिख रहे थे। कोई गड्ढा भारत के आकार का दिख रहा था तो कोई केरल के आकार का, कोई राजस्थान जैसा दिख रहा था तो कोई मध्य प्रदेश जैसा। इतना ख़तरा मैंने और सभी भारत यात्रियों ने कभी महसूस नहीं किया जितना आज किया। लेकिन यहां की जनता ने जिस उत्साह के साथ यात्रा और राहुल गांधी का स्वागत किया उससे हम गड्ढे को भूल गए।
भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्यों को रेखांकित करते हुए रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का 2023 या 2024 में होने वाले चुनाव से कोई लेना देना नहीं है। ये चुनाव जीतो या चुनाव जिताओ यात्रा नहीं है। उदयपुर संकल्प शिविर के बाद सोनिया गांधी जी ने इसके उद्देश्यों को लेकर संकेत दिया था। आज मोदी सरकार की नीतियों और नियत के कारण भारत के टूटने का ख़तरा बढ़ रहा है। यात्रा का मकसद बताते हुए रमेश ने कहा कि पहला आर्थिक विषमताएं बढ़ रही हैं। महंगाई, बेरोज़गारी, गलत तरीके से लागू की गई जीएसटी, आर्थिक शक्तियों का केंद्रीकरण, पूरी अर्थव्यवस्था पर एक या दो पूंजीपतियों का कंट्रोल जैसी वजहों से आर्थिक विषमता बढ़ रही हैं और भारत के टूटने का खतरा भी बढ़ रहा है। दूसरा सामाजिक ध्रुवीकरण को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। धर्म, भाषा, जाति, प्रांत आदि के आधार पर लोगों को बांटा जा रहा है। भाजपा और आरएसएस की विचारधारा हमेशा से विभाजनकारी रही है। सामाजिक ध्रुवीकरण उनके लिए चुनाव की एक रणनीति बन गई है। तीसरा जो खतरा है वो ये है कि राजनीतिक तानाशाही अभी हकीकत बन गई है। संविधान को नजरअंदाज किया जा रहा है, संवैधानिक संस्थाएं कमज़ोर की जा रही हैं। न्यायालय और सरकार के बीच में एक तनाव पैदा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय से सभी संस्थाओं को कब्जे में लेने का प्रयास किया जा रहा है। तो आर्थिक विषमताएं, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक तानाशाही के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के लिए राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा लेकर निकले हैं। यह यात्रा किसी एक व्यक्ति के मन की बात नहीं है बल्कि जनता की चिंता है। राहुल गांधी रोज अलग-अलग समूहों और समाज के विभिन्न वर्गों से मिलते हैं।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी भाजपा सरकार को सड़कों की ख़राब स्थिति को लेकर घेरा। कहा कि ऐसा लगता है यहां सड़कों में गड्ढे नहीं गड्ढों में सड़कें हैं। बेरोजगारी का सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में यूपीए सरकार के दौरान हरियाणा का प्रति व्यक्ति आय देश में सबसे अधिक था। आज हरियाणा बेरोज़गारी में नंबर वन है। महंगाई बढ़ी गई है, कानून व्यवस्था का हाल ये है कि हम अराजकता की तरफ़ जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि यहां सरकार है ही नहीं। इवेंट मैनेजमेंट की सरकार आ गई है। इवेंट किया, हैपनिंग हरियाणा और कह दिया कि इन्वेस्टमेंट आएगा। आया कुछ नहीं। इस सरकार की समस्याओं पर सवाल उठाओ तो दूसरी तरफ ध्यान भटका देते हैं। उन्होंने इसे साबित करने के लिए एक जोक भी सुनाया।
हुड्डा ने आगे कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से महंगाई एवं बेरोजगारी के खिलाफ देश के लोगों की आवाज बन कर खड़े हुए हैं। हरियाणा में यात्रा को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। यात्रा को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है। कल रात में आठ-दस हजार लोग पहले से ही वहां (यात्रा स्थल) जाकर सो गए। यह जोश पूरे हरियाणा में रहेगा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान ने कहा कि अब तक भारत जोड़ो यात्रा बारिश और गर्मी में हुई होगी। लेकिन आज सुबह 6:00 बजे कोहरे और ठंड के बीच जिस उत्साह के साथ बड़ी संख्या में लोग आए उसने मोहब्बत का पैगाम देने का काम किया है।
राहुल जी जिस उद्देश्य को लेकर चल रहे उसका यह इलाका सबसे अच्छा उदाहरण हो सकता है। हिंदू मुस्लिम यहां आपस में अपने सारे मसले सुलझाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अब तक जितने राज्यों से यात्रा गुजरी है हरियाणा उनका रिकॉर्ड अवश्य तोड़ेगा।
प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए उदयभान ने कहा कि एक लाख 82 हजार सरकारी पद खाली पड़े हैं। राज्य में होने वाली परीक्षाओं में 32 बार पर्चे लीक हुए हैं। एचपीएससी में अधिकारी साढ़े तीन करोड़ रुपए नगद के साथ पकड़े गए थे। नौकरियों की बोलियां लग रही थी। इस सरकार ने बुजुर्गों की पेंशन काटने का महा पाप किया है। भाजपा सरकार ने आते ही एससी कमिशन को बंद कर दिया। गरीबों को प्लॉट देने वाली कांग्रेस सरकार की योजना को बीजेपी ने बंद कर दिया। इसके अलावा उन्होंने बीजेपी पर कई आरोप लगाए और कहा कि राज्य की जनता इस सरकार को बदलने के लिए तैयार है।
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राहुल गांधी को लिखी गई चिट्ठी पर जवाब देते हुए पवन खेड़ा ने बीजेपी सरकार पर सवालों की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद पीपी चौधरी के एक पत्र का हवाला देकर स्वास्थ्य मंत्री ने राहुल गांधी को एक पत्र प्रेषित किया है। हम यह जानना चाहते हैं कि क्या इसी तरह का पत्र राजस्थान के भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया को भी भेजा है, जो जन आक्रोश यात्रा निकाल रहे हैं। मानता हूं उस यात्रा में भीड़ नहीं आ रही है, भारत जोड़ो यात्रा में बहुत भीड़ आ रही है। क्या इस तरह का पत्र कर्नाटक की भी भाजपा को भेजा गया जो एक और यात्रा निकाल रही है, हालांकि वहां भी भीड़ नहीं आ रही है। हम स्वीकार करते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा के प्रति लोगों का उत्साह है, भीड़ ज्यादा आ रहे है। लेकिन आज आप एयरपोर्ट चले जाइए, हवाई जहाज में बैठिए, ना आपको मास्क दिया जाएगा, न ही सैनिटाइजर इस्तेमाल करने को कहा जाएगा। क्या भारत सरकार ने नियमों की कोई घोषणा की है। कोई प्रोटोकॉल की घोषणा की है। क्या संसद का सत्र स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने आगे सवाल करते हुए कहा कि तो क्या भारत सरकार को सिर्फ राहुल गांधी दिख रहे हैं, कांग्रेस दिख रही है, भारत जोड़ो यात्रा दिखाई दे रही है और कोई यात्रा नहीं दिख रही है। जहां भीड़ जमा हो रही है, वो दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हम नियमों का पालन करेंगे बशर्ते कि नियमों की घोषणा होनी चाहिए और वे नियम सबके लिए होने चाहिए, सिर्फ राहुल गांधी के लिए, कांग्रेस के लिए या भारत जोड़ो यात्रा के लिए नहीं।
एक सवाल के जवाब में कांग्रेस सांसद एवं हरियाणा के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि हमारे सभी नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी जी के लिए भारत जोड़ो यात्रा में एक होकर काम कर रहे हैं।
आज दोपहर में ‘जय जवान’ के तहत लगभग 30 पूर्व सैनिकों ने राहुल गांधी के साथ करीब 45 मिनट तक गहरी बातचीत की। इसमें लेफ्टिनेंट जनरल से लेकर जूनियर कमीशन अधिकारी शामिल थे। चर्चा के लिए चार मुख्य मुद्दे आए – अग्निपथ योजना, चीन से ख़तरा, वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) का क्रियान्वयन और समुदाय के महान योगदानों को पहचानने की आवश्यकता। सभी पूर्व सैनिक अग्निपथ योजना के ख़िलाफ़ थे। वे चाहते थे कि सरकार चीन के साथ सीमा की वस्तुस्थिति को और अधिक स्पष्ट करते हुए देश से साँझा करे। उन लोगों ने स्वीकार किया कि ओआरओपी से उच्च स्तर के अधिकारियों को कुछ लाभ प्राप्त हुए हैं, पर यह जेसीओ के लिए फायदेमंद नहीं रहा है, जो पहले सेना छोड़ चुके हैं। पूर्व सैनिक राष्ट्रीय सुरक्षा पर कांग्रेस नेतृत्व के साथ बातचीत का एक औपचारिक और नियमित सिस्टम भी चाहते थे।
भड़ास नगीना तक यात्रा के शाम के सत्र में भी बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।