राजस्थान में लगातार अलग-अलग बैंकों द्वारा ऋण अदायगी नहीं करने पर किसानों की जमीनों को नीलाम करने की कार्यवाहियां की जा रही थी। ऐसा ही एक मामला रामगढ़ पचवारा में सामने आने पर किसान आंदोलन के राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश से राजस्थान पहुंचकर इसके लिए प्रदर्शन कर नीलामी रूकवाने की मांग की। टिकैत ने राज्य सरकार को उस एक किसान सहित पूरे प्रदेश के किसानों की जमीन नीलाम नहीं करने के आदेश देने के लिए मजबूर किया।
किसानों के हितकारी इस निर्णय का जिले के किसानों ने स्वागत करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत का आभार जताया। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि राकेश टिकैत की बैठक के दौरान रामगढ़ पचवारा में प्रदेश सरकार की कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ती हुई नजर आई।
गृह विभाग की कोरोना की नई गाइडलाइन के अनुसार अब कहीं भी कोई धरना प्रदर्शन का आयोजन, सभा आदि नहीं हो सकता। लेकिन रामगढ़ पचवारा में किसान नेता राकेश टिकैत ने सभा का आयोजन किया। जिसमें बड़ी संख्या में लोग बिना मास्क, बिना सोशल डिस्टेंसिंग के नजर आये। इस दौरान प्रशासन ने भी कोविड गाइडलाइन की पालना कराने की कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
इससे ऐसा नजर आता है जैसे कोरोना गाइडलाइन की पालना करना केवल आम आदमी के लिए जरूरी है। पालना नहीं करने पर प्रशासन द्वारा चालान काटने तक की कार्यवाही की जाती है जबकि नेताओं के द्वारा इसका खुले आम उल्लंघन किया जाता है और प्रशासन भी उसकी अनदेखी करता नजर आता है।