प्रथम पारी में 86.78 और द्वितीय पारी में 86.99 प्रतिशत अभ्यर्थी रहे उपस्थित
जिला कलेक्टर ने पल-पल की रखी मॉनिटरिंग, लगातार लिया फीडबेक, व्यवस्थाओं का किया निरीक्षण
परीक्षा सम्पन्न होने के बाद परीक्षार्थियों को बसों से अपने गृह जिलों के लिए किया रवाना
परीक्षा सम्पन्न होने के बाद परीक्षार्थियों को बसों से अपने गृह जिलों के लिए किया रवाना
राज्य सरकार और जिला प्रशासन के अथक प्रयास पूर्ण सफल रहे हैं। जिले में रीट परीक्षा-2021 पूर्ण शुचिता और सवाधानी के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गई है। जिले के 39 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित परीक्षा में पहली पारी में 11354 और दूसरी पारी में 11382 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। दोनों पारियों के लिये 13083-13083 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किये गये थे। प्रथम और द्वितीय पारी के लिये सवाई माधोपुर में 7274-7274 को प्रवेश पत्र जारी किये गये थे। इनमें से प्रथम पारी में 6217 तथा द्वितीय पारी में 6344 अभ्यर्थी उपस्थित हुए।
इसी प्रकार गंगापुर में प्रथम और द्वितीय पारी के लिये 5809-5809 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किये गये थे। इनमें से 5137 अभ्यर्थियों ने प्रथम और 5038 अभ्यर्थियों ने द्वितीय पारी की परीक्षा दी।जिले में प्रथम पारी में 86.78 और द्वितीय पारी में 86.99 प्रतिशत अभ्यर्थी रहे उपस्थित रहे। सवाईमाधोपुर में 23 और गंगापुर सिटी में 16 परीक्षा केन्द्र बनाये गये थे। समाचार लिखे जाने तक अभ्यर्थियों का अपने घर लौटना शुरू हो चुका है। गंगापुर सिटी से 15 रोडवेज और 25 निजी तथा सवाईमाधोपुर में 20-20 रोडवेज और निजी बसें फेरे लगा कर अभ्यर्थियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में जुटी रही। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन जिला मुख्यालय के विभिन्न स्थायी और अस्थायी बस स्टैंड का दौरे कर सभी व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं।
इससे पूर्व कलेक्टर ने दिनभर दोनों शहरों में परीक्षा केन्द्रों, स्थायी और अस्थायी बस स्टैंड, वहां कार्यरत हैल्प डेस्क का निरीक्षण किया तथा सम्बंधित अधिकारियों से परीक्षा केन्द्रों के बाहर की स्थिति, कानून व्यवस्था, ट्रैफिक, अभ्यर्थियों के लिये परीक्षा केन्द्र और बाहर सुनिश्चित की गई सुविधाओं, नकल रोकथाम, दूसरे जिलों और दूसरे उपखंडों से आये अभ्यर्थियों और उनके परिजनों के परिवहन की व्यवस्था की जानकारी ली, मॉनिटरिंग की तथा आवश्यकता वाले बिन्दुओं पर निर्देश दिये। कलेक्टर ने जिला मुख्यालय एवं गंगापुर के परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचकर निरीक्षण भी किया। जिले में प्रशासन द्वारा परीक्षार्थियों के आने-जाने, रहने और खाने-पीने सहित की गई माकूल व्यवस्थाओं से परीक्षा देने आए परीक्षार्थी प्रसन्न नजर आए। कुछ विद्यार्थी और अभिभावक पहली पारी के बाद ही लौटना शुरू हो गए थे। जिले में 2 हजार से अधिक अभ्यर्थी ऐसे थे जिन्होंने केवल सैकंड लेवल के लिये ही आवेदन किया था जिसकी परीक्षा प्रथम पारी में आयोजित की गई। कुछ अभ्यर्थियों और उनके परिजनों का 27 सितम्बर को प्रस्थान करने का कार्यक्रम हैं। उनके लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों, भामाशाहों के माध्यम से आवास और रात्रि भोजन की व्यवस्था की गई है। सवाईमाधोपुर में प्रथम पारी की परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों को सेंटर के बाहर स्वयंसेवी संस्था द्वारा लंच पैकेट वितरित किये गये। जिले में दोनों पारियों मेे परीक्षार्थी परीक्षा देंगे।
इन्द्रा रसोई का लिया लाभ:-
राज्य सरकार ने अभ्यर्थियों के लिये इन्द्रा रसोई योजना में 27 सितम्बर तक के लिये दोनों समय के लिये निःशुल्क भोजन की व्यवस्था की है। अभ्यर्थियों का कीमती समय बचाने के लिये ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया भी हटा दी। जिले में शनिवार और रविवार को बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने इस सुविधा का लाभ उठाया।
अभ्यर्थी और अभिभावक बोले थैंक्स जननायक-
अभ्यर्थियों और उनके परिजनों की सुविधा के लिये किये इंतजाम की सभी ने मुक्त कंठ से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की प्रशंषा की। अलवर जिले से आए अभ्यर्थी अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार को दोपहर डेढ़ बजे सवाईमाधोपुर रोड़वेज बस से पहुंचा। उतरते ही हमें हैल्प लाइन के बारे में बताया गया। वहां से हम टैंपों के माध्यम से एक होटल पहुंचे। वहां नहाने, धोने और खाने-पीने की अच्छी सुविधा थी। साफ सुथरे बिस्तर मिले। बारात में भी ऐसी खातिरदारी नहीं की जाती। मेरा केवल सैकंड लेवल का पेपर था।
अब वापस जाने के लिये भी रोडवेज बस उपलब्ध है। मैंने पढ़ा था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी जननायक हैं, आज मैने देख भी लिया। 26 लाख अभ्यर्थियों और उनके परिजनों के लिये इतनी व्यवस्था करना, साथ ही में नकल रोकथाम कर मेहनत करने वाले अभ्यर्थियों को उनका हक दिलवाना बहुत बड़ी बात है। बांदीकुई से आए मोहन और उसके साथियों ने भी अच्छी व्यवस्थाओं के लिये राज्य सरकार और जिला कलेक्टर की प्रशंषा की।
उन्होंने बताया कि बांदीकुई में बस में बैठने से परीक्षा दे चुकने के बाद तक जेब से 1 पैसा भी खर्च नहीं हुआ है। हम सब सवाईमाधोपुर के भामाशाहों और स्वयंसेवी संस्थाओं का भी आभार प्रकट करते हैं। इसी प्रकार जयपुर के रामवीर सिंह ने भी व्यवस्थाओं को सराहनीय बताते हुए मुक्तकंठ से प्रशासन एवं सरकार का धन्यवाद किया। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने दोनों शहरों में भामाशाहों और स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से अभ्यर्थियों के आवास और भोजन के व्यापक इंतजाम किये थे। शनिवार दोपहर से ही दोनों शहरों में जगह-जगह स्टाल लग गये जहां अभ्यर्थियों और उनके साथ आये लोगों को निःशुल्क पेयजल, नाश्ता, आराम के लिये कुर्सी की व्यवस्था थी। ये स्टाल द्वितीय पारी की परीक्षा समाप्त हो जाने के बाद भी लगातार संचालित हैं।
सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त:-
पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह के नेतृत्व में दोनों शहरों में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये गये थे। सभी परीक्षा केन्द्रों के बाहर राजस्थान पुलिस के 3 कांस्टेबल जिसमें 1 महिला थी, के साथ 2 होमगार्ड जवान तैनात रहे। इनका नेतृत्व ज्यादा अभ्यर्थियों वाले केन्द्र पर एएसआई व अन्य पर हैड कांस्टेबल ने किया। सवाईमाधोपुर में रेलवे स्टेशन, शर्मा होटल चौराहा, बरवाड़ा बस स्टैंड, टोंक बस स्टैंड, ठींगला तिराहा, खेरदा पुलिया, खंडार तिराहा, आलनपुर सर्कल, जिला अस्पताल के सामने का तिराहा, कुंडेरा बस स्टैंड, हम्मीर सर्किल, रोडवेज बस डिपो, गणेशधाम, कुस्तला तिराहा में पुलिस और आरएसी का जाब्ता तैनात रहा। सवाईमाधोपुर में 5 तथा गंगापुर सिटी में 3 पुलिस मोबाइल पार्टियॉं दिनभर परीक्षा केन्द्रों के चक्कर लगाती रही ताकि वहां परिजन और अन्य लोगों की भीड़ जमा न हो, कोई संदिग्ध गतिविधि घटित न हो।
सवाईमाधोपुर में 23 परीक्षा केन्द्रों को 6 तथा गंगापुर सिटी में 16 केन्द्रों को 4 जोन में विभाजित कर वहॉं पर्यवेक्षण के लिये सतर्कता दल लगाये। इस दल में 1-1 आरएएस , आरपीएस और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। आरएसी की सैकंड बटालियन, कोटा भी रिजर्व के रूप में उपलब्ध रही। इसी प्रकार गंगापुर सिटी में रेलवे स्टेशन, सभी बस स्टैंड, व्यापार मंडल तिराहा,फव्वारा चौक,उदेई मोड चौराहा सर्कल, सालोदा मोड़ सर्किल, डेयरी यूनियन और ईदगाह तिराहा पर पुलिस बल तैनात रहा। दोनों शहरों में जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी और जवान भी मुस्तैद रहे। इसके अतिरिक्त पूरे जिले में ट्रैफिक कंट्रोल और कानून व्यवस्था की दृष्टि से पुलिस ने सभी हाइवे पर लगातार गश्त की, होटल, धर्मशालाओं पर निगाहें बनाई रखी।
कोविड-19 प्रोटोकॉल की हुई पूर्ण पालना:-
सभी परीक्षा केन्द्रों के बाहर और अन्दर, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, ठहराव स्थल, बसों में कोविड-19 प्रोटोकॉल की पूर्ण पालना हुई। अभ्यर्थियों और परीक्षा ड्यूटी पर लगे कार्मिक, निरीक्षण के लिये आये अधिकारियों को परीक्षा केन्द्र प्रवेश पर नये मास्क दिये गये। सेनेटाइजर की भी व्यवस्था की गई थी। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र के बाहर 1 एएनएम मेडिकल किट के साथ तैनात रही। चिकित्सा विभाग की टीमे लगातार गाइडलाइन की पालना एवं चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए मुस्तैद रही।