राजस्व मंत्री Harish Chaudhary ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें मुख्यरूप से तीन बिन्दुओं राजस्व विभाग के डिजिटलाइजेशन, विभागीय नियमों के सरलीकरण एवं राजस्व कार्याे के लिए शिविर लगाने हेतु जैसे बिन्दुओं पर चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर सवाई माधोपुर विधायक Danish Abrar, अतिरिक्त जिला कलेक्टर महेन्द्र लोढ़ा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर गंगापुर सिटी राजनारायण शर्मा सहित राजस्व अधिकारी उपस्थित रहे।
राजस्व मंत्री ने कहा कि राज्य में डी.आई.एल.आर.एम.पी. योजना के तहत समस्त भू-रिकॉर्ड के डिजिटलाइजेशन का कार्य चल रहा है। इसी के तहत सवाई माधोपुर जिले के भू-रिकॉर्ड का डिजिटलाइजेशन के कार्य की प्रगति संतोषजनक है। राजस्थान की 80 तहसीलो का भू-रिकॉर्ड पहले ही डिजिटलाइज्ड हो चुका है। जिसमें सवाई माधोपुर जिले की गंगापुर सिटी तहसील के सम्पूर्ण भू- रिकॉर्ड का डिजिटलाइजेशन कार्य भी पूर्ण हो चुका है। किन्तु राज्य स्तर पर खण्डार तहसील के भू रिकॉर्ड के डिजिटलाइजेषन का कार्य सबसे पिछड़ा हुआ है। राजस्व मंत्री के द्वारा खण्डार के भू रिकॉर्ड के कार्य का डिजिटलाइजेशन 28 फरवरी तक पूरा किये जाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में राजस्व मंत्री ने राजस्व विभाग के नियमों के सरलीकरण हेतु राजस्व अधिकारियों से सुझाव मांगते हुए कहा कि आमजन और काश्तकारों को राजस्व नियमों को सरलीकरण कर राहत पहुंचाना सरकार का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि न्यायिक एवं राजस्व प्रशासन का कार्याे को बेहतर बनाने के लिए विद्यमान नियमों का सरलीकरण किये जाना। जिसमें खासतौर पर भू-राजस्व् की धारा 91 वें के तहत अतिक्रमण के मामले में मात्र कागजी कार्यवाही न कर उसे प्रभावी बनाया जायें। उन्होंने कहा कि स्टे के मामलों का समयबद्ध प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण आमजन को राहत प्रदान कर सकता है। राजस्व मंत्री ने राजस्व विवादों को भी प्राथमिकता के साथ निस्तारित किये जाने के निर्देश दिए।
राजस्व मंत्री ने राजस्व कार्याे के लिए शिविर लगाने हेतु चर्चा करते हुए कहा कि राजस्व शिविरों में आंकड़ों पर फोकस न करके उनके गुणात्मकता पर फोकस किया जाना ज्यादा बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि रास्ता विवाद, बटवारों एवं लोक अदालतों के मामलों में संक्षिप्त सुनवाई कर शिविरों में दिये गये निर्णयों को मौके पर ही लागू किया जाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होेंने राजस्व अधिकारियों को उनका मूल कार्य प्राथमिकता से किये जाने के साथ ही प्रभावी मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रकरण अनावश्यक रूप से लम्बित न रहे। खातेदारी एवं सिवायचक भूमि पर अवैध बजरी खनन के विरूद्ध तहसीलदार के स्तर पर सख्त कार्यवाही किये जाने एवं इसमें पुलिस तथा खनन अधिकारियो के द्वारा सहयोग लिये जाने के राजस्व मंत्री ने निर्देश प्रदान किये। इसके अलावा उन्होंने चारागाह भूमियों पर अतिक्रमण के एवज में पंचायतों को आबादी विस्तार राजकीय कार्य हेतु भूमि को आरक्षित करने के निर्देश दिए।
राजस्व मंत्री से सवाई माधोपुर विधायक दानिश अबरार की ओर से दुब्बी गांव में विद्यालय हेतु 4 बीघा भूमि आवंटित किये जाने का अनुरोध किया गया। विधायक की ओर से यह भी अवगत कराया गया कि प्रकरण राज्य सरकार के स्तर पर विचाराधीन है।
इससे पूर्व राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने सोमवार को ही खण्डार पंचायत समिति के सभागार में अतिरिक्त कलेक्टर गंगापुर सिटी राजनारायण शर्मा, सवाई माधोपुर विधायक दानिश अबरार, भू-प्रबन्ध अधिकारी टोंक जयनारायण मीना, खण्डार तहसीलदार पन्नालाल मीणा एवं पटवारियों की उपस्थिति में आयोजित बैठक में राजस्व विभाग के डिजिटलाइजेशन, विभागीय नियमों के सरलीकरण एवं पटवारियों की व्यक्तिगत समस्याओं के बिन्दुओं पर चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
राजस्व मंत्री ने कहा कि पटवारियों की नई भर्तियां एवं प्रमोशन भी प्राथमिकता से किया जाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बैठक में तहसीलदार एवं पटवारियों से अपने कार्य ईमानदारी के साथ इच्छाशक्ति एवं दृढ़ता से करते हुए आमजन को अधिक से अधिक लाभांवित करने के निर्देश दिए। राजस्व मंत्री ने खण्डार तहसीलदार पन्नालाल मीणा से 28 फरवरी तक तहसील के डिजिटलाइजेशन के कार्याे को प्राथमिकता से पूर्ण किये जाने के निर्देश दिए।
राजस्व मंत्री ने किया फल फूल प्रदर्शनी का उद्घाटन:
रणथम्भौर उद्योग एवं हस्तशिल्प मेले में सोमवार को उद्यान विभाग द्वारा फल-फूलों की प्रदर्षनी एवं प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। जिसका शुभारंभ राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, सवाई माधोपुर विधायक दानिश अबरार, पंचायत समिति प्रधान खण्डार मनोरमा शुक्ला एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर द्वारा किया गया।
इस मौके पर कृषि विभाग के उपनिदेशक अमर सिंह, लखपत मीना एवं सहायक निदेशक उद्यान चन्द्र प्रकाश बड़ाया आदि ने फल-फूलों की विभिन्न किस्मों के बारे में लोगों को जानकारी दी तथा विजेता कृषकों को प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार राशि का वितरण किया गया। इस दौरान विद्यालयी बालकों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। मेले का समापन 26 फरवरी को होगा।