कांग्रेस में ही बागी रुख अपनाने वाले राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के गुट की याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। केस से अलग वकीलों को अदालत से बाहर रहने को कहा गया है। शुरुआत में अभिषेक मनु सिंघवी अपनी दलील रख रहे हैं। इसी के चलते कोर्ट संख्या 1 के बाहर प्रवेश को लेकर गार्ड और अधिवक्ताओं के बीच कहासुनी हुई है। वहीं अधिवक्ताओं को अंदर जाने से रोकने पर नाराज एडवोकेट पूनमचंद भंडारी के धरने पर बैठने की जानकारी है। इस दौरान कुछ देर तक सुनवाई को रोक दिया गया। उसके बाद अब वापस सुनवाई चल रही है।
अभिषेक मनु सिंघवी ने किहोतो फैसले का किया जिक्र:-
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान अभिषेक मनु सिंघवी ने किहोतो फैसले का जिक्र किया। जिसमें 10जी शेड्यूल की बात की गई। स्पीकर की ओर से पेश अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि स्पीकर के आदेश को लिमिटेड ग्राउंड पर चुनौती दी जा सकती है। लेकिन जो याचिका दायर की गई है उसमें वो ग्राउंड शामिल ही नहीं हैं।
आज का दिन अहम:-
आज का दिन अहम इसलिए है क्योंकि सोमवार को राजस्थान हाई कोर्ट में सचिन पायलट ख़ेमे की तरफ़ से दायर याचिका पर फ़ैसला आ सकता है। शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने हाइकोर्ट ने 21 जुलाई शाम 5:30 बजे तक रोक लगा दी थी। इसका मतलब था कि तब तक विधानसभा के स्पीकर विधायकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकेंगे।