अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति साहित्य, कला, संस्कृति और देश की समस्त भाषाओं के उन्नयन को समर्पित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित एक गैर सरकारी तथा देश की अग्रणी संस्था है। आजादी के अमृतवर्ष पर संस्था का तीन दिवसीय सत्रहवां राष्ट्रीय अधिवेशन “गुजरात साहित्य महोत्सव” गुजरात की राजधानी गांधी नगर में 28, 29 एवं 30 दिसंबर को संपन्न हुआ। अधिवेशन के मुख्य अतिथि डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर के कुलाधिपति प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. बलवंत शांतिलाल जानी, विशिष्ट अतिथि सुविख्यात तबला वादक और बिहार दूरदर्शन केन्द्र पटना के निदेशक डॉ. राजकुमार नाहर तथा अध्यक्ष लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार पंडित सुरेश नीरव ने इस अवसर पर शिक्षाविद, समाजसेवी, पर्यावरणविद तथा साहित्यकार डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी को “सृजन अमृत सम्मान” से सम्मानित किया। इस अधिवेशन में देशभर के साहित्यकार, संगीतकार और सृजनकर्मियों ने भाग लिया।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश नीरव के अनुसार आजादी के अमृतवर्ष पर प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय अभियान “स्वच्छ भारत: स्वस्थ भारत” को केंद्र में रखकर तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन संपन्न हुआ। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से अनेक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
समारोह में सवाई माधोपुर राजस्थान से लब्ध-प्रतिष्ठ शिक्षाविद, समाजसेवी डॉक्टर मधु मुकुल चतुर्वेदी, समाज सेवी डॉक्टर इंद्रा चतुर्वेदी, लब्धप्रतिष्ठित साहित्यकार जयप्रकाश पांडेय, शिक्षा निदेशक भारत सरकार,नई दिल्ली, सुप्रसिद्ध संगीतकार डॉक्टर राजकुमार नाहर, निदेशक दूरदर्शन केन्द्र पटना, सुप्रसिद्ध तबला वादक समर्थ नाहर,बिहार, मुंबई महाराष्ट्र से सुप्रसिद्ध गायक और संगीतकार दंपति डॉक्टर ज्योत्सना राजोरिया, शिव राजोरिया, मशहूर शायरा और भजन गायिका डॉक्टर ऋचा सिन्हा, कर्नाटक बैंगलुरू से लब्धप्रतिष्ठ गीतकार ज्ञानचंद मर्मज्ञ, सुपरिचित हिंदी सेवी शरद ज्ञानचंद, तेलंगाना हैदराबाद से प्रतिष्ठित हिंदी सेवी और लोकप्रिय कवि प्रदीप भट्ट, देहरादून उत्तराखंड से प्रतिष्ठित कवि सुभाष सैनी, हरियाणा गुरु ग्राम से लोकप्रिय कवि राजेन्द्र राज निगम, प्रतिष्ठित कवयित्री इंदु राज निगम, वैज्ञानिक चेतना के कवि यशपाल सिंह “यश”, प्रताप गढ़ उत्तर प्रदेश से लब्धप्रतिष्ठ शिक्षाविद और कवि डॉक्टर एल.बी.तिवारी अक़्स, ग़ाज़ियाबाद उत्तर प्रदेश से अंतरराष्ट्रीय चिंतक, पत्रकार पंडित सुरेश नीरव, लोकप्रिय कवयित्री मधु मिश्रा, बिहार पटना से कविवर ऋषि सिन्हा, मध्यप्रदेश इंदौर से कवि एवं ज्योतिषविद् आलोक रंजन” इंदौरवी”, नागदा , मध्यप्रदेश से प्रतिष्ठित कवि दिनेश दवे, शाजापुर मध्यप्रदेश से हास्य कवि राजेन्द्र विश्वकर्मा और भारत की राजधानी दिल्ली से लोकप्रिय कवि एवं शिक्षाविद् ब्रह्मदेव शर्मा, कवि एवं विज्ञान लेखक राजेश लखेरया, लोकप्रिय कवयित्री और गायिका उमंग सरीन, शिक्षाविद् और हिंदी, अंग्रेजी,बांग्ला भाषा की प्रतिष्ठित कवयित्री रंजना मजूमदार, उदयपुर राजस्थान से शिक्षाविद प्रमिला शरद व्यास, अहमदाबाद गुजरात से शिक्षाविद आभा मेहता “उर्मिल” और शिक्षाविद् प्रभा सारस्वत सहित अनेक प्रतिष्ठित सृजनकर्मी इस अधिवेशन में सम्मिलित हुए।
अधिवेशन के पहले सत्र में पर्यावरण और ग्लोबल वार्मिंग के ज्वलंत संदर्भ पर आलेख वाचन, पुस्तक लोकार्पण और संस्था के प्रतिष्ठित अलंकरण “सृजन अमृत सम्मान” से रचनाकारों को सम्मानित किया गया। अधिवेशन के दूसरे सत्र में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया तथा तीसरे दिन शैक्षिक पर्यटन कार्यक्रम के साथ अधिवेशन संपन्न घोषित किया गया। उल्लेखनीय है कि संपूर्ण अधिवेशन का लाइव प्रसारण भी किया गया।