ख्वाजा साहब के 812वें उर्स को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। गत बुधवार को एटीएस और ईआरटी टीम ने ख्वाजा साहब की दरगाह और आसपास के क्षेत्र में निरीक्षण किया गया। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दरगाह और अंजुमन कमेटी के पदाधिकारी से चर्चा भी की गई। एजेंसियों की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों को दी जाएगी। जिससे कि उर्स में किसी तरह की सुरक्षा में चूक ना हो। दरअसल, 8 जनवरी को ख्वाजा साहब के 812वें उर्स की अनौपचारिक शुरुआत होगी। इसे लेकर जिला पुलिस व प्रशासन तैयारी में जुटा है। साथ ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर है।
बुधवार को एटीएस अधिकारी खान मोहम्मद के नेतृत्व में एटीएस और ईआरटी के जवान दरगाह पहुंचे और चप्पे-चप्पे पर निरीक्षण कर दरगाह परिसर में लगे सीसीटीवी के कंट्रोल रूम को भी चेक किया गया। इसके साथ ही एटीएस और ईआरटी के जवानों के द्वारा दरगाह परिसर के आसपास के क्षेत्र में भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निरीक्षण किया गया है। एटीएस अधिकारी खान मोहम्मद ने बताया कि आगामी उर्स को देखते हुए यह निरीक्षण किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दरगाह और अंजुमन कमेटी के पदाधिकारी से चर्चा भी की गई है। इसकी एक रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।
पाकिस्तान जत्थे में आ सकते है 350 जायरीन !
812वें उर्स में इस बार पाकिस्तान जत्थे में जायरीन की संख्या करीब 350 होगी। उर्स में शामिल होने के लिए पाक नागरिकों में खासा उत्साह है। यही कारण है कि करीब 400 से ज्यादा लोगों ने पाक दूतावास को आवेदन दिए हैं। पिछले साल पाक जत्थे में 242 जायरीन शामिल थे। इस बार संख्या बढ़ने की संभावना है। पाक जायरीन जत्थे की सुरक्षा के लिए पुलिस, आरपीएफ, जीआरपी, सीआईडी और आईबी अलर्ट मोड पर है। बता दें की कोरोना काल 2021 और 22 के उर्स में पाक जायरीन नहीं आए थे। पिछली बार वर्ष 24 जनवरी 2023 में पाक जत्था अजमेर पहुंचा था।