शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय महाविद्यालय में सवाई माधोपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों संयुक्त इकाइयों के तत्वाधान में आज शनिवार को “मानव अधिकार दिवस” पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. गोपाल सिंह ने सर्वप्रथम सभी को मानव अधिकार की शपथ ग्रहण करवाई गई। उन्होंने बताया कि एक मानव होने के नाते हमारा यह कर्तव्य है कि हम दूसरों के मानवाधिकारों की रक्षा करें और साथ ही अपने मानवाधिकारों का हनन ना होने दें।
संगोष्ठी में डॉ. राजेश कुमार मीणा ने अपने उद्बोधन में बताया कि मानवाधिकार हमें जीवन जीने की स्वतंत्रता प्रदान करते हैं। मानवाधिकारों के चलते ही हर आम इंसान को आगे बढ़ने के लिए समान सुविधाएं और समान अवसर दिए जाते हैं ताकि किसी भी वर्ग का इंसान दूसरे वर्ग के इंसान से पिछड़ा न रहे। मानव अधिकार दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों के उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। प्रोफेसर धर्मेंद्र कुमार मीणा ने अपने उद्बोधन में बताया कि जिस समय हमारा जन्म होता है, उस समय हमें बहुत सारे अधिकार मिल जाते हैं जो हमें मूल रूप से दिए जाते हैं।
इन अधिकारों के जरिए हम खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। इस समय मानव के पास 30 से भी ज्यादा अधिकार है, जिनमें से कुछ अधिकार इस प्रकार है, जैसे की समानता और स्वतंत्रता का अधिकार, सामाजिक सुरक्षा का अधिकार, जीवन और आजाद रहने का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, भोजन का अधिकार, काम करने का अधिकार, निजता का अधिकार। डॉ प्रेम सोनवाल ने बताया कि इस वर्ष मानव अधिकार दिवस की थीम सभी के लिए प्रतिष्ठा, स्वतंत्रता और न्याय है।
मानव अधिकार व मूलभूत अधिकार है जिससे मनुष्य को नस्ल जाति राष्ट्रीयता धर्म लिंग आदि के आधार पर वंचित नहीं किया जा सकता। विचार संगोष्ठी में एनएसएस के स्वयं सेवक किरण साहू, रवींद्र प्रजापत, अनुभव सेन, शिरीन शाकिर ने अपने ओजस्वी विचार प्रकट किए। कार्यक्रम के अंत में डॉ. पूरणमल मीणा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में डॉ. आरपी राजोरिया, डॉ. पांचाली शर्मा, प्रो. अंजु शर्मा, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रियंका सैनी, प्रो. शकील अहमद, प्रो. मनमोहन शर्मा, प्रो. परीक्षित हाडा उपस्थित रहे।