शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय महाविद्यालय के राष्ट्रीय कैडेट्स कोर के तत्वावधान में बुधवार को विजय दिवस के अवसर पर सेना के अमर शहीदों की पुष्पांजलि अर्पित की गयी।
एनसीसी अधिकारी कैप्टन डाॅ.ओ.पी. शर्मा ने बताया कि 16 दिसम्बर 1971 को भारत-पाक युद्ध में भारत की सेना ने अभूतपूर्व विजय प्राप्त की थी। जिसकी गौरवपूर्ण स्मृति में विजय दिवस मनाया जाता है। डाॅ. शर्मा ने बताया कि इस विजय की 50वीं वर्षगांठ मनायी जा रही है। जिसके अंतर्गत “स्वर्णिम विजय मशाल” पूरे भारतवर्ष में युवा पीढ़ी का सेना के पराक्रम की कहानी गौरवपूर्ण तरीके से बताएंगे। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. बी.एस. मीना ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी को शहीदों के बलिदान से त्याग एवं समर्पण का भाव ग्रहण करना चाहिए।
इस अवसर पर डाॅ. गोपाल सिंह ने भी कैडेट्स को संबोधित किया। डाॅ. शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह की 43वीं जयंती गौरव दिवस के रूप में मनायी गई। शहीद कैप्टन रिपुदमन स्मारक पर प्राचार्य ने पुष्पवचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। एनसीसी कैडेट्स द्वारा शहीद की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर शांति पाठ किया गया। डाॅ. शर्मा ने बताया कि शहीद रिपुदमन सिंह, सवाई माधोपुर जिले में भारतीय सेना के एकमात्र सैन्य अधिकारी है जो 26 वर्ष की आय में शहादत को प्राप्त हुये हैं। शहीद रिपुदमन सिंह को शहादत पर भारतीय सेना उन्हें “बेज ऑफ सेक्रिफाईस” प्रदान किया गया। 12 बिहार रेजीमेंट द्वारा शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह की स्मृति में एक भव्य शहीद स्मारक का निर्माण करवाया गया है। डाॅ. शर्मा ने बताया कि भारतीय सेना के द्वारा राष्ट्र के लिए सर्वाेच्च बलिदान करने वाले सैनिकों के लिए एनसीसी इकाई के तत्वावधान में 15 जनवरी को सेना दिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए 101 कैडेट्स ने रक्तदान संकल्प-पत्र भी भरे। इस अवसर पर गणेश प्रजापत, हरिओम गुर्जर, पृथ्वीराज गुर्जर, अभिलाशा स्वामी, तरूण शर्मा अंडर ऑफिसर ने भी विचार व्यक्त किए।