2 अक्टूबर से 10 दिसम्बर तक चले प्रशासन गांवों के संग अभियान ने जिले के ग्रामीणों को बड़ी राहत दी है। उनकी वर्षों से लम्बित व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याओं का तो समाधान हुआ ही, व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं तथा नये विकास कार्यों की मौके पर ही स्वीकृतियां जारी की गई।
जिले में इस अभियान के प्रथम 43 दिनों में पंचायती राज विभाग ने 15309 परिवारों के पुराने मकानों का विनियमितिकरण कर पट्टे जारी किये।
इसके अतिरिक्त 1545 परिवारों के 2003 से पूर्व के कब्जों को विनियमित कर निःशुल्क पट्टे दिये। 1165 परिवारों को भूमि आवंटन कर रियायती दर पर पट्टे जारी किये। 2996 बीपीएल परिवारों को निःशुल्क भूमि आवंटन किया गया। मनरेगा में 9526 नये जॉब कार्ड जारी कर 195519 जॉब कार्ड सत्यापित किये गये। विभिन्न योजनाओं में मनरेगा का कन्वर्जेन्स कर 440 कार्य शिविरों में स्वीकृत किये गये। 36365 श्रमिकों के मोबाईल नम्बर कलेक्ट कर मनरेगा सॉफ्टवेयर पर अपडेट किये गये। 9465 श्रमिकों के बैंक खाता संख्या अपडेट किया गया।
इसी प्रकार राजस्व विभाग ने 26624 नामांतकरण किये, 21766 राजस्व खातों की अशुद्धि को शुद्ध किया। आपसी सहमति से 1672 खातों का 4449 व्यक्तियों के नाम विभाजन किया गया। रास्ता विवाद, नये रास्ते की मांग के 1052 प्रकरण निस्तारित किये। गैर खातेदारी से खातेदारी के 436 प्रकरण निस्तारित किये। सरकारी चारागाह/विभागीय भूमि पर अतिक्रमण के 1050 प्रकरणों में कार्रवाई की गई। 4 भूमिहीन किसानों को निःशुल्क कृषि भूमि आवंटन किया। 30 नए राजस्व गांव के गठन के प्रस्ताव बनाकर जिला कलेक्टर के माध्यम से राज्य सरकार को भेजे गये हैं।
सीमाज्ञान, पत्थरगढ़ी के 2619 प्रकरण, आबादी विस्तार, भूमि आवंटन/आरक्षण के 266 प्रस्ताव, सार्वजनिक/राजकीय प्रयोजनार्थ भूमि आवंटन/आरक्षण के 423 प्रस्ताव निस्तारित किये गये। जाति, मूल निवास, हैसियत सहित 23633 प्रमाण पत्र जारी कर शिविरों में वितरित किये गये। राजस्व रिकॉर्ड की 29637 प्रतिलिपियां वितरित की गई। सहमति से पैतृक कृषि भूमि के 138 लंबित वाद निस्तारित किये गये जिससे 535 व्यक्तियों को लम्बे समय से चल रही मुकदमेबाजी से छुटकारा मिला। 589 भूमिहीन परिवारों को पट्टे दिये, नाम हस्तांतरण/उप-विभाजन/भूमि संपरिवर्तन के 467 प्रकरण निस्तारित किये गये।
आयोजना विभाग ने 536 नये जन आधार नामांकन किये, इनमें कुल 1341, पारिवारिक सदस्यों के डेटा दर्ज हैं। पुराने जन आधार नामांकन में 1540 नये सदस्य जोड़े गये। 584 व्यक्तियों के नाम जन आधार नामांकन में स्थानान्तरित किये गये। जन आधार नामांकन की अन्य सूचनाओं में 2833 अपडेशन किये गये। 3861 एनएफएसए परिवारों को जन आधार कार्ड वितरित किये गये। प्रधानमंत्री जन-धन योजना में 3540 नये खाते खोले गये, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में 4074 व्यक्तियों का पंजीयन किया गया।
इसी प्रकार प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में 6272, अटल पेंशन योजना में 1241 का पंजीयन कर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में 92 लाख 29182 रू. का लोन वितरण किया गया। जेवीवीएनएल ने विद्युत सप्लाई में व्यवधान की 165, त्रुटिपूर्ण मीटर संबंधी 311, जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने में विलम्ब संबंधी 36 समस्याओं का मौके पर निस्तारण किया। जमीन पर रखे 20 ट्रांसफार्मर को नियमानुसार ढॉचा बनाकर रखवाया। 169 स्थानों पर ढीले तारों को ठीक किया, विद्युत कनेक्शन जारी होने में विलम्ब की 47 शिकायतों, लोड संबंधी 20 समस्याओं को निपटारा कर मांग पत्र जमा करवाने वाले 900 व्यक्तियों को कनेक्शन दिये, डिमांड नोटिस जारी होने में त्रुटि व देरी संबंधी 493 समस्याओं का निराकरण किया गया।
इसी प्रकार जारी किये गये मनरेगा में 3464 नये कार्यो की स्वीकृतियां जारी की गई, आवास प्लस सूची के आधार पर तैयार स्थाई वरीयता सूची में चिन्हित 150 भूमिहीन परिवारों को निःशुल्क भूमि आवंटन कर पीएम आवास योजना में भी स्वीकृति जारी करवाई। ग्रामीण विकास विभाग ने अभियान के दौरान 649 पट्टे जारी किये। महात्मा गांधी नरेगा योजना में 233 केटल शेड, 57 टांका व अन्य जल संग्रहण ढांचें, अपना खेत अपना काम में 298, उज्ज्वला योजना में गैस कनेक्शन के 148 एवं सौभाग्य योजना में बिजली कनेक्शन के 5 प्रकरणों में पात्रों को लाभान्वित किया गया। 6045 मृदा नमूनों का संग्रहण कर 6192 मृद्रा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किये गये।
इन शिविरों में 17822 महिला व 42108 पुरूष की स्वास्थ्य जांच की गई। शिविर में 4299 महिला तथा 11033 पुरूष की ब्लड शुगर , 5290 महिला और 12494 पुरूष की बीपी जॉंच की गई। 1336 बच्चों तथा 1071 महिलाओं का समान्य टीकाकरण किया तथा 5645 व्यस्कों को कोविड-19 टीके की प्रथम तथा 12648 को द्वितीय डोज दी गई। मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में इस अभियान में 288 नये परिवार जोड़े गये। 382 महिलाओं की एएनसी जांच एवं उपचार किया गया। ई-संजीवनी योजना से 40 लोगों को लाभान्वित किया, शिविरों में 93 दिव्यांगों को निःशक्तता प्रमाण-पत्र जारी किये गये।
1480 स्थानों पर एन्टीलार्वा गतिविधियों की गई। इसी प्रकार 618 खराब पडे हैण्डपम्पों की मरम्मत की गई, पेयजल की गुणवत्ता की जांच तथा ओवरहेड टैंक/पेयजल स्त्रोतों में क्लोरीन डालने व सफाई किये जाने का 1018 स्थानों पर सत्यापन किया गया, 55 लीकेज पाईप लाइनों की मरम्मत की गई। इसी प्रकार अन्य विभागों द्वारा भी शिविरों में हजारों लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ प्रदान किया गया।