साल के आखिरी सूर्य ग्रहण की शुरुआत हो चुकी है, राजधानी दिल्ली समेत समूचे उत्तर भारत में सुबह 8:17 बजे से 10:57 बजे तक इस अद्भुत खगोलीय घटना के दर्शन किए जा सकते हैं, ये ग्रहण धनु राशि और मूल नक्षत्र में होगा, बताया जा रहा है कि इस ग्रहण के कारण एक विशेष योग बन रहा है।
सूर्य ग्रहण देखते समय बरतें ये सावधानी:-
सूर्य ग्रहण को सीधे नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए क्योंकि इससे आंखों को नुकसान हो सकता है, सूर्य ग्रहण को देखने के लिए स्पेशल सोलर फिल्टर्स या एक्लिप्स ग्लास का इस्तेमाल करना चाहिए।
क्या है सूर्य ग्रहण की मान्यता:-
सूर्य ग्रहण से जुड़ी कई धार्मिक मान्यताएं हैं, जिनके मुताबिक सूर्य ग्रहण को नहीं देखना चाहिए, कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, वहीं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह एक खगोलीय घटना है, इसे देखने में कोई दिक्कत नहीं है।
सूर्य ग्रहण के समय पूजा पाठ करना वर्जित:-
सूर्य ग्रहण के समय पूजा पाठ करना वर्जित हैं, मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं, जिन घरों में भगवान की मूर्ति प्रतिष्ठित हैं वहां पर मंदिरों के दरवाजों को बंद रखना चाहिए, ग्रहण के बाद ही मंदिरों के दरवाजे खोले जाने चाहिए।
देश के कई हिस्सों में दिखाई देगा सूर्य ग्रहण:-
भारत में सूर्योदय के बाद वलयाकार सूर्य ग्रहण को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा, जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा।