असम: असम में मौजूद तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के एक तेल और गैस रिग में कथित वि*स्फोट के बाद 700 से अधिक लोगों को एक सुरक्षित जगह भेजा गया है। यह घटना शिवसागर जिले के भोटियापार इलाके की है। यहां 12 जून की दोपहर करीब 12 बजे सर्विसिंग ऑपरेशन के दौरान कुआं नंबर आरडीएस-147 से बड़ी मात्रा में गैस लीक होने लगी। घटना के बाद जिला प्रशासन ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक किलोमीटर के दायरे में घेराबंदी कर दी है।
जानकारी के अनुसार इस गैस रिसाव की घटना में 700 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। कुएं से हो रही गैस के रिसाव को अब तक नियंत्रित नहीं किया जा सका है। घटना के बाद से इलाके के लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया। ओएनजीसी के एक स्थानीय जनसंपर्क अधिकारी दिपांकर सैकिया ने घटना के बारे में बीबीसी को बताया कि सुरक्षा कारणों की वजह से घटना वाली जगह से कुछ परिवारों को सुरक्षित जगह खोले गए राहत शिविरों में ले जाया गया है।
कुएं को नियंत्रित करने और स्थिति को सामान्य करने के लिए देश की सबसे बेहतर संकट प्रबंधन टीम काम कर रही है। देश की अलग-अलग जगहों से ओएनजीसी के कुछ विशेषज्ञ आए हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि जल्द से जल्द स्थिति को ठीक कर लिया जाएगा। इस घटना को लेकर शिवसागर के जिला उपायुक्त आयुष गर्ग ने बीबीसी से कहा कि नियमित कार्य के दौरान भोटियापार के पास कुआं संख्या आरडीएस 147 से गैस निकलनी शुरू हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ओएनजीसी की टीमें, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के साथ जिला प्रशासन समन्वय में काम कर रहा है।
फिलहाल, घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। ओएनजीसी से मिली जानकारी के अनुसार कुआं संख्या आरडीएस 147 रुद्रसागर तेल क्षेत्र के रिग संख्या एसकेपी 135 में स्थित है। यह रिग ब्रह्मपुत्र की सहायक नदी दिखौ के तट के नजदीक है। रुद्रसागर तेल क्षेत्र देश के सबसे पुराने तेल क्षेत्रों में से एक है, जहां ओएनजीसी ने साल 1960 से उत्पादन शुरू किया था।