खिरनी सीएचसी को क्रमोन्नत हुए लगभग दो साल हो गए लेकिन अभी तक यहां चिकित्सा सुविधाएं पीएचसी जैसी भी नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि सीएचसी पर पिछले कई महिनों से एएनएम व एलएचवी का पद रिक्त चल रहा है। जिसके चलते गर्भवती महिलाओं व छोटे बच्चों को चिकित्सा सुविधाओं सहित सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
वहीं नगरपालिका सहित आसपास के क्षेत्र से आने वाली प्रसव पीड़ित महिलाओं को खिरनी सीएचसी आने पर अधिकतर बौंली या फिर सवाई माधोपुर रैफर कर दिया जाता है। रिक्त पदों पर कर्मचारी लगाने के लिए ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों सहित विभाग के उच्च अधिकारियों को लिखित व मौखिक में अवगत करा दिया लेकिन अभी तक समस्या जस की तस बनी हुई है।
जिसके चलते क्षेत्र के लोगों में चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारियों के प्रति रोष व्याप्त है। खिरनी सीएचसी के चिकित्सा प्रभारी अधिकारी डॉ. अनिल अग्रवाल का कहना है की सीएचसी पर एएनएम व एलएचवी का पद कई महिनों से रिक्त चल रहा है जिसके कारण किसी भी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं व बच्चों के टीकाकरण में कुछ समस्या हो रही है।
रिक्त पदों पर कर्मचारी लगाने के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. धर्मसिंह मीना ने कहा कि सीएचसी के अर्न्तगत आने वाले खिरनी की सभी 8 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर टीकाकरण करवाने के लिए सीएचसी के प्रभारी को टीम बनाकर टीकाकरण करवाने के लिए कह रखा है। यदि फिर भी ऐसा नहीं हो रहा है तो पुनः निर्देशित कर व्यवस्था का सुधारा जायेगा।