लगातार बारिश के चलते जिला मुख्यालय पर काॅलोनियों में भरा पानी
जिला मुख्यालय सहित जिले भर में सभी उपखंडों व ग्रामीणों इलाकों में बीते 24 घंटो से बारिश का दौर जारी है। कुछ समाचार एजेंसियों के अनुसार बीते 24 घंटो के दौरान देश भर में सर्वाधिक बारिश सवाई माधोपुर जिले में बताई जा रही है। हालांकि जिले में पिछले दो-तीन दिन से लगातार बारिश का दौर चल रहा है। जिससे जिले के लटिया नाले , नालों और बांधों में पानी की आवक हो रही है। जिससे किसान खुश नजर आ रहे है। वहीं नदी नालों में उफान आने और रिहायशी इलाकों में पानी भर जाने से आम जन जीवन भी बूरी तरह प्रभावित हुआ है। जानकारी के अनुसार जिले के निचले इलाकों में पानी भर गया। जिसके कारण कई इलाकों में कच्चे मकान भी ढ़ह गए। जिला मुख्यालय पर रविवार रात से शुरू हुई बारिश सोमवार को भी दिन भर चलती रही। समाचार लिखे जाने तक भी बारिश जारी थी। जिला मुख्यालय पर शहर के गाड़ाडूब एनीकट व बड़ा राजबाग के निकट एनीकटों के ऊपर चादर चलने से लटिया नाले में पानी का तेज बहाव देखा गया। शहर के मुख्य बाजार में पानी भरने से सड़क के हालात नाले जैसे बन गए। तेज बारिश के कारण शहर के निचले बाजार की दुकानों में पानी भर गया जिससे दुकानदारों का सामान भीग गया। जिला मुख्यालय पर लटिया नाले के किनारे बसी काॅलानियों के हालात बद से बद्तर नजर आए। इस दौरान काॅलोनियों में घरों में पानी घुस गया। लोग डर और दहशत के साये में घरों में ही कैद नजर आए। जिला मुख्यालय पर पुराने शहर से बजरिया, खेरदा और ठींगला तक सभी क्षेत्रों में बनी पुलियाओं को पानी छूता नजर आया। इस दौरान खेरदा में पुरानी पुलिया को बंद कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि यहां बाहर से शहर में आने के लिए एक ओर नई पुलिया बनी हई है। जबकि शहर से खेरदा क्षेत्र में जाने के लिए आज भी पुरानी पुलिया ही बनी हुई है। जो अब जर्जर हालत में है। जिला मुख्यालय पर हम्मीर पुलिया के नीचे इंडेन गैस गोदाम के पास एक बड़ा पेड़ टूट गया। गनीमत यह रही कि इससे किसी को कोई हानि नहीं पहुंची। जिला मुख्यालय के खेरदा स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप के आसपास की कॉलोनियों के लोगों ने पानी भरने की समस्या से परेशान होकर कोटा-लालसोट मेगा हाइवे पर जाम कर दिया।
कोटा शिवपुरी नेशनल हाईवे 552 पर बोदल के पास पुलिया तेज बारिश क्षतिग्रस्त हो गई। जिसकी सूचना पुलिस व प्रशासन को देने पर प्रशासन ने ट्रैफिक को रुकवा दिया। पुलिया के ऊपर से भारी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया। प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को पुलिया के क्षतिग्रस्त होने की सूचना दे दी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि एक साल पहले ही इस पुलिया का काम पूरा हुआ है जो पहली बारिश में ही क्षतिग्रस्त हो गई है। इस दौरान परेशान हो रहे लोगों का कहना था कि जिले में बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए प्रतिवर्ष बजट आता है लेकिन उसका कोई सही उपयोग नहीं होने से शहर को ये हाल देखने पड़ते हैं। लटिया नाले का बहाव शहर से बजरिया तक है। तेज बारिश होने पर यह जबरदस्त नदी के रुप में होता है। लोगों ने आरोप लगाया कि बाढ़ राहत के पैसे को अन्य मदों में लगा दिये जाने के कारण लटिया नाले के आसपास बसी हुई कॉलोनियों में भर जाता है। बाद में जिला प्रशासन मूक दर्शक बना रहता है। लोगों का कहना था कि लटिया नाले पर सुरक्षा दिवार बनाया जाना आवश्यक है। लेकिन जिले के जनप्रतिनिधियों या प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।