नई दिल्ली: बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पुलिस के रवैये की शिकायत की है। सीएम योगी को लिखे पत्र में बीजेपी नेता ने अपनी सुरक्षा वापस लेने का मुद्दा भी उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मुजफ्फरनगर पुलिस के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से उनकी समस्त सुरक्षा वापस ले ली गई है।
मुजफ्फरनगर से पूर्व सांसद संजीव बालियान ने पत्र में यह भी लिखा कि लोकसभा चुनाव के समय पर उन पर ह*मला हुआ था। ऐसे में अगर फिर से ह*मला हुआ तो इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार के अधिकारियों की होगी। साथ ही उन्होंने अपने पत्र में खानुपुर गांव में मंदिर और धर्मशाला की जमीन पर मंसूरपुर डिस्टिलरी की ओर से कब्जा किए जाने के मामले को लेकर सीएम योगी को अवगत कराया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा कि खानुपुर गांव में मंदिर और धर्मशाला की जमीन को पूर्व की सरकार के अधिकारियों से मिलीभगत कर मंसूरपुर डिस्टिलरी ने दाखिल खारिज करा लिया था।
1 जनवरी को मुजफ्फरनगर पुलिस के साथ सांठगांठ कर डिस्टिलरी द्वारा इस जमीन पर कब्जा कर लिया गया और ग्राम वासियों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। उन्होंने कहा कि हो सकता है इसे मुजफ्फरनगर पुलिस अधिकारियों के द्वारा आपके (सीएम योगी) संज्ञान में न लाया गया हो। बीजेपी नेता ने कहा कि इसके वि*रोध में वो 12 जनवरी को गांववालों के साथ मंसूरपुर थाने भी गए थे। इससे पहले भी मैंने कई बार मुजफ्फरनगर पुलिस की संपत्ति विवाद में संलिप्तता की शिकायत पुलिस उच्चाधिकारियों को की गई थी। जिस पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है।