नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को संसद में संविधान पर बोलते हुए बीजेपी को निशाने पर लिया। उन्होंने बीजेपी के विचार पुरुष माने जाने वाले विनायक दामोदर सावरकर के लेखन का हवाला देते हुए मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि सावरकार ने लिखा है कि भारत के संविधान के बारे में सबसे खराब चीज ये है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है।
वेदों के बाद मनुस्मृति वो धार्मिक ग्रंथ है जो हमारे हिंदू राष्ट्र के लिए सबसे पूजनीय है। और ये प्राचीन समय से हमारी संस्कृति,रीति-रिवाज,विचार और व्यवहार का आधार बना हुआ है। इस किताब ने सदियों से जारी हमारे देश की आध्यात्मिक और दैवीय यात्रा को संहिताबद्ध किया है। आज मनुस्मृति कानून है। ये सावरकर के शब्द हैं। राहुल गांधी ने कहा कि सावरकर ने अपने लेखन में साफ कर दिया है कि हमारे संविधान में भारतीयता का कोई अंश नहीं है।
उन्होंने कहा है कि भारत को इस किताब (संविधान) से नहीं बल्कि इस किताब (मनुस्मृति) से चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज इसी की लड़ाई है। मैं सत्ता पक्ष के लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या आप सावरकर के शब्दों का समर्थन करते हैं। क्योंकि जब आप संविधान के पक्ष में संसद में बोलते हैं तो आप सावरकर का मजाक उड़ा रहे होते हैं।
आप उनको बदनाम कर रहे होते हैं। संविधान को स्वीकार करने के 75 वर्ष पूरे होने पर संविधान पर बहस जारी है। शुक्रवार को राहुल गांधी की बहन और केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी ने संविधान पर बहस के दौरान सरकार को घेरा था।