शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय महाविद्यालय सवाई माधोपुर में 20 फरवरी को विश्व मातृभाषा दिवस बड़े उल्लासपूर्ण तरीके से मनाया गया।
कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. गोपाल सिंह व सदस्य प्रो. प्रेम सोनवाल ने बताया कि इस अवसर पर महाविद्यालय में “मातृभाषा” विषय पर निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन्होंने बताया कि 21 फरवरी 1952 को बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) के अपनी मातृभाषा बांग्ला के प्रति समर्पण व प्रेम के कारण इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा दिलाने के लिये एक बड़ा आंदोलन हुआ, जिसमें कई आंदोलनकारी शहीद हुए। इन शहीद हुए युवाओं की स्मृति में यूनेस्को ने वर्ष 1999 से 21 फरवरी को विश्व मातृभाषा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ओपी शर्मा ने बताया कि विश्व मातृभाषा दिवस का उद्देश्य विश्व में भाषाई और सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषिता को बढ़ावा देना है। ऐसे दिवस लोगों में अपनी व अन्य लोगों की मातृ भाषाओं के प्रति सम्मान और प्रेम की भावना को उत्प्रेरित करते हैं। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता प्रो. रामलाल मीना, डॉ. ज्योति अरुण, डॉ. ज्योत्सना शर्मा, डॉ. गुंजिका दुबे एवं प्रो. मो. शाहिद जैदी ने छात्रों को मातृभाषा का महत्व बताया। इन्होंने छात्रों को बोली, भाषा एवं राष्ट्रभाषा में उदाहरण देकर स्पष्ट किया। इन्होंने बताया कि मातृभाषा ही मनुष्य के संस्कारों की वाहक है, जिससे किसी देश की संस्कृति को मूर्त रूप मिलता है। निर्णायक मंडल के अनुसार पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्रियांशा शर्मा, द्वितीय स्थान ज्योति साहू एवं तृतीय स्थान नेमीचंद मीना एवं भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान योगेश कुमार वैष्णव, द्वितीय स्थान मूलाराम एवं तृतीय स्थान मनीष कुमार ने प्राप्त किया। विजेता छात्रों को पुरस्कार भी वितरित किये गए।