23 दिसंबर को बनास नदी पर हुए बस हादसे को 7 दिन बीत चुके हैं। इस दर्दनाक बस हादसे में 33 लोगों की मौत हो गई थी और 7 घायलों का अस्पताल में उपचार जारी है।
जिस जगह यह हादसा हुआ वहां प्रशानिक अधिकारी भी पहुंचे और जनप्रतिनिधियों ने उस हादसे की जगह को देखा। घटना के बाद से लेकर अब तक कई प्रतिक्रियाएं आई। किसी ने बस चालक के नशे में होने का आरोप लगाया, किसी ने तेज गति से बस चलाने का, किसी ने परिचाल द्वारा बस चलाने तो किसी ने ओवर टेक का भी आरोप लगाया। आरोप प्रत्यारोप के बीच किसी ने भी अभी तक यह आवाज नहीं उठाई कि जिस बनास नदी के पुल पर बनी रैंलिंग को तोड़ते हुए बस नदी में गिरी थी, उस रैंलिग को जल्द से जल्द दुरुस्त करवाया जाए।
घटना हुए एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन अभी तक बनास पुलिया पर लगी रैंलिंग को सुधारा नहीं गया है।
या तो इसे हाइवे ऑथोरिटी और जिला प्रशासन की लापरवाही समझा जाए या फिर किसी बड़े हादसे की पुनरावृत्ति का इंतिजार…।