जिला कलेक्टर के.सी. वर्मा ने सोमवार को मलारना चौड़ बालिका माध्यमिक विद्यालय की 127 छात्राओं को सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक सीताराम मीना के सहयोग से स्वेटर वितरित करते हुए कहा कि यदि समाज के सक्षम लोग और सरकारी विद्यालयों के अध्यापक भी अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में पढ़ाएंगे तो इन विद्यालयों में स्वतः ही शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ेगी।
जिला कलेक्टर वर्मा ने छात्राओं को स्वेटर वितरित करने के अवसर अपने सम्बोधन में कहा कि सरकारी विद्यालयों में शैक्षिक सुधार के लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आना होगा। इस अवसर पर कलेक्टर ने उपस्थित गणमान्य ग्रामीणों से सवाल किया कि आप में से कितने लोगों की बच्चियां इस सरकारी विद्यालय में पढ़ती हैं। इस पर दो तीन ग्रामीणों ने ही हाथ उठाया। इसके बाद जिला कलेक्टर ने विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं से पूछा कि आप में से कितनी छात्राओं के भाई सरकारी विद्यालयों में पढ़ते हैं। इस पर उपस्थित छात्राओं में से पांच-सात ने ही बताया कि उनके भाई भी सरकारी विद्यालयों में पढ़ते हैं।
इसी प्रकार जिला कलेक्टर ने इस राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय की 127 छात्राओं के लिये नियुक्त 10 अध्यापक-अध्यापिकाओं से भी सवाल पूछा कि आप में से किनकी बच्चियां इस विद्यालय में पढ़ रही हैं। इस पर किसी एक ने भी हामी नहीं भरी। जिला कलेक्टर ने कहा कि यदि समाज के सक्षम लोग और सरकारी विद्यालयों के अध्यापक भी अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में पढ़ाएंगे तोही सरकारी विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ सकेगी।
उन्होंने कहा कि अध्यापकों को स्वयं के बच्चों को सरकारी विद्यालयों में पढ़ाकर उदाहरण स्थापित करना चाहिए।
इस अवसर पर राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य सुरजीत मीना, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक सीताराम मीना, उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, सरपंच तथा ग्रामीण उपस्थित रहे।