कोटा: कोटा में बारिश के बाद अजगर सांप और अन्य जलीय जीवों की बाहर निकलने की घटनाएं रोजाना आ रही है। ये जलीय जीव और सांप बाहर निकलकर या तो सड़क पर रहते है किसी के घट में घुस जाते है। एसी ही एक घटना फिर सामने आई है। यह घटना कालातालाब इलाके की है।
जहां पर एक एक भारी भरकम करीब 10 फीट लंबा मगरमच्छ सड़क पर आ गया। दूसरी घटना बालिता रोड की है। यहाँ पर भी बस्ती की एक खाल में 10 फीट लंबा मगरमच्छ नजर आया। फारेस्ट विभाग की टीम ने एक दिन में 2 मगरमच्छों का रेस्क्यू किया है। जिन्हें बांध में सुरक्षित रिलीज किया गया है। यह दोनों ही मगरमच्छ आवासीय इलाकों में आ गए थे।
इनकी लम्बी 7 से 10 फीट के आस-पास बताई जा रही है। फारेस्टकर्मी वीरेंद्र सिंह के अनुसार पहली घटना कालातालाब इलाके की है। गत रविवार करीब सुबह 7 बजे मॉर्निंग वॉक के दौरान लोगों को सड़क पर भारी भरकम मगरमच्छ दिखा। सूचना मिलने के बाद मौके पर जाकर देखा तो 7 फीट लंबा मगरमच्छ तालाब की दीवार के सहारे लेटा हुआ था। गनीमत रही सुबह का वक्त होने के कारण सड़क पर ज्यादा लोगों की आवाजाही नहीं थी। करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़ा गया।
दूसरी घटना बालिता रोड़ इलाके की है। यह दोपहर करीब 4 बजे बापू बस्ती इलाके में एक खाल में 10 फीट लंबा मगरमच्छ नजर आया। लोगों की सूचना मिलने पर मौके पर गए। मगरमच्छ मकान की दीवार के पास गीली मिट्टी में बैठा हुआ था। जिसे सावधानी पूर्वक 15 मिनट में पकड़ा गया। दोनों मगरमच्छ को देवली नर्सरी में रिलीज किया गया है।
वीरेंद्र ने बताया कि बारिश में नहरों में पानी आने से मगरमच्छ नाले में होकर खाली प्लॉट तक पहुंच जाते है। प्लॉट में भरा पानी सूखने के बाद मगरमच्छ दिखाई देने लगते है। बालिता रोड़ इलाके में मगरमच्छ चंबल नदी से निकलकर आया था। इस दौरान रेस्क्यू टीम में टीम महावीर प्रसाद, ब्रजराज मालव, लालचंद शर्मा और ब्रजमोहन मेहता शामिल रहे।