सवाई माधोपुर: राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2024 के तहत जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट का भव्य आयोजन आज बुधवार को सहकारिता एवं नागरिक उड्डयन विभाग तथा प्रभारी मंत्री गौतम कुमार दक के मुख्य आतिथ्य में रामसिंहपुरा स्थित राजीव गांधी क्षेत्रीय प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय के ओडिटोरियम में हुआ। जिला स्तरीय समिट में 36 औद्योगिक इकाईयों के साथ 1121 करोड़ रूपए के एमओयू हुए। इससे करीब 5 हजार 419 लोगों को रोजगार मिलेगा।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि सवाई माधोपुर में दिल्ली-मुम्बई रेलवे ट्रेक के साथ-साथ दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाईवे के कारण उद्योग लगाने के लिए उपयुक्त जिला है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार 4 लाख युवाओं को सरकारी, वहीं 10 लाख युवाओं को निवेशकों के माध्यम से रोजगार प्रदान करने के लिए कृत संकल्पित होकर कार्य कर रही है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जापान, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, इंगलैण्ड, दुबई, जैसे देशों के निवेशकों के साथ-साथ प्रवासी राजस्थानियों एवं अन्य राज्यों के निवेशकों के साथ निरन्तर राज्य में उद्योग लगाने हेतु आमंत्रित कर रहे है ताकि राजस्थान पर्यटन के साथ-साथ उद्योग एवं कृषि क्षेत्र में भी अग्रणी राज्य के रूप में देश में स्थापित हो सके।
इन्वेस्टर मीट में होटल एवं रेस्टोरेन्ट क्षेत्र में किए गए सर्वाधिक एमओयू:-
जिला स्तरीय समिट में जो एमओयू किए गए उनमें मुख्यतः पर्यटन, शिक्षा, चिकित्सा, इन्फ्रा क्षेत्र, होटल एवं रेस्टोरेन्ट, एग्रो प्रोसेसिंग, हेल्थकेयर से संबंधित हैं। इनमें जालान हॉस्पिटिलिटी द्वारा होटल एवं रेस्टोरेन्ट क्षेत्र में लगभग 300 करोड़ रूपये की राशि के निवेश का एम.ओ.यू. शामिल है, जिसके अंतर्गत जिले में 600 व्यक्तियों को रोजगार मिलने की संभावना है।
इसके अलावा विपिक हॉस्पिटिलिटी प्राईवेट लिमिटेड के साथ 150 करोड़ रुपये, गोयल रिक्रेएशनल सेन्टर लिमिटेड के साथ 128 करोड़ रूपये, जयपुर टेक्नो एंटरटेनमेंट एण्ड म्यूजियम प्राईवेट लिमिटेड के साथ 125 करोड़, रीती एस्टेट्स एलएलपी के साथ 100 करोड़, अपूर्व कुमार के साथ 100 करोड़, जाटसन हॉस्पिटिलिटी के साथ 30 करोड़, एचएसबी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राईवेट लिमिटेड के साथ 30 करोड़, सी-क्यूब वेन्चर्स के साथ 30 करोड़, जे एण्ड जे रिसोर्ट प्राईवेट लिमिटेड के साथ 20 करोड़़ रूपये के निवेश एमओयू के अलावा अन्य निवेशकों के साथ भी एमओयू हुए। इन्वेस्टर मीट में होटल एवं रेस्टोरेन्ट क्षेत्र में 15 एमओयू किए गए जिनमें करीब 1050 करोड़ रूपये का प्रस्तावित निवेश एवं 4 हजार 500 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार मिलने की संभावना है।
जिला कलक्टर शुभम चौधरी ने बताया कि राइजिंग राजस्थान के जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट में प्राप्त निवेश से जिले में न केवल आर्थिक विकास होगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। निवेशकों को बेहतर सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे निवेश की प्रक्रिया सुगम होगी।
इस दौरान जिला प्रमुख सुदामा मीना, जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश आर्य, नगर परिषद सभापति सुनील तिलकर, पंचायत समिति खण्डार प्रधान नरेन्द्र चौधरी, जनप्रतिनिधि, जिला स्तरीय अधिकारी, भावी निवेशक, हस्तशिल्पी, मीडिया कर्मी उपस्थित रहे।