सवाई माधोपुर: भारत सरकार के निर्देशानुसार ग्राम पंचायतों को क्षय रोग (टीबी) से मुक्त बनाने के उद्देश्य से पूरे देश में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान संचालित किया जा रहा है। जिले वासियों के सहयोग व सामूहिक प्रयासों से सवाई माधोपुर की 47 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की जा चुकी हैं। ये 47 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त होने के 6 मानदंडों पर खरी उतरी है जिसके आधार पर इन्हें टीबी मुक्त घोषित किया गया है।
जिला कलक्टर शुभम चौधरी ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान को सफल बनाने के लिए गांव, कस्बे तथा जिले में निक्षय मित्र बनकर मानवता की सेवा में योगदान दे और जिले को टीबी मुक्त बनाएं। उन्होंने कहा कि टीबी पूरी तरह इलाज योग्य है, इसलिए यदि किसी व्यक्ति में दो सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार, वजन घटना या रात में पसीना आना जैसे लक्षण दिखें, तो उसे तुरंत जांच और इलाज के लिए प्रेरित करें।
सरकार टीबी रोगियों को महीने में 1000 रूपये की पोषण सहायता भी दे रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल कुमार जैमिनी ने बताया कि सितंबर 2022 में शुरू हुए प्रधानमंत्री टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत 47 ग्राम पंचायतों ने टीबी मुक्त होने का दर्जा हासिल किया है। टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान में निक्षय मित्रों की अहम भूमिका है। बिना निक्षय मित्र के किसी भी ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त घोषित नहीं किया जा सकता है। जिला कलक्टर शुभम चौधरी की दूरदर्शिता एवं अभिनव प्रयासों ने इन ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त होने में सशक्त योगदान दिया है। अभियान के लिए बड़े स्तर पर निक्षय मित्र बनाए गए एवं मरीजों को उनसे पोषण किट वितरित करवाई गई।
इन 6 मानदंडों को पूरा करने पर घोषित किया जाता है टीबी मुक्त:
उन्होंने बताया कि संदिग्ध टीबी मामलों की जांच प्रतिवर्ष, टीबी नोटिफिकेशन दर प्रतिवर्ष, उपचार सफलता दर, 85 प्रतिशत रोगी इलाज के बाद सही होने चाहिए, ड्र*ग सस्पेक्टिबिलिटी टेस्ट, 60 प्रतिशत मरीजों की हाइटेक मशीनों से टीबी की जांच, निक्षय पोषण योजना का लाभ 100 प्रतिशत मरीजों को मिलना चाहिए, निक्षय मित्रों द्वारा शत-प्रतिशत पोषण किटों का वितरण जैसे 6 मानदंडो के आधार पर टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित किया गया है।
लगातार जारी रहेगा अभियान:
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अमित कुमार गोयल ने बताया कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान बाकी ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त करने हेतु निरंतर जारी रहेगा। इसके लिए टीबी के मरीजों की जांच उपचार एवं पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही टीबी संबंधित जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएगी ताकि बाकी ग्राम पंचायतें भी टीबी मुक्त होने के लक्ष्य को प्राप्त कर सके। अभियान के तहत घर घर सर्वे, कम्युनिटी मोबिलाइजेशन, जन जागृति के लिए नारा लेखन, स्कूलों में भाषण प्रतियोगिता, जागरूकता रैली, काउंसलिंग, मीडिया में प्रचार, आमुखीकरण कार्यशालाओं का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है।