क्षत्रिय करणी सेना परिवार का जयपुर में महापड़ाव 8 को
अबकी बार क्षत्रियों की सरकार का नारा लेकर मुख्यतः क्षत्रियों की विधानसभा चुनावों में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी को लेकर क्षत्रिय करणी सेना परिवार की ओर से 8 अक्टूबर को जयपुर में महापड़ाव करने का ऐलान किया है। क्षत्रिय करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. राज शेखावत और राजस्थान के अध्यक्ष संदीप सिंह और राजबहादुर सिंह चौहान ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर एक पत्रकार वार्ता के दौरान राजनीतिक पार्टियों से क्षत्रियों के लिए 75 टिकट की मांग करते हुए कहा कि राजनैतिक पार्टियां सालों से क्षत्रियों की उपेक्षा करती आयी है।
यह अब नहीं चलेगा इसका बीड़ा क्षत्रिय करणी सेना परिवार ने उठाया है और क्षत्रिय करणी सेना परिवार के द्वारा समस्त क्षत्रियों की अध्यक्षता में जयपुर में क्षत्रिय एकता महापड़ाव की तैयारियां की जा रही है। इस महापड़ाव का क्षत्रियों के और समस्त सनातनियों के हितों की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि संगठन ने 26 सूत्रीय मांग पत्र तैयार किया है। जो भी राजनीतिक दल सभी मांगों का समर्थन करेगा संगठन पूर्ण रूप से उसी दल के साथ रहेगा। महापड़ाव का मुख्य उद्देश्य आने वाले विधानसभा चुनावों में क्षत्रियों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करना है।
सभी मांगों पर सहमति बना कर ही महापड़ाव की पूर्णाहुति की जाएगी। सहमति नहीं बनने पर चुनावों में क्षत्रियों द्वारा करारा जवाब इन राजनैतिक पार्टियों को दिया जाएगा। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. राज शेखावत ने बताया कि 26 सूत्री मांगों में सत्ता में ज्यादा से ज्यादा क्षत्रियों की भागीदारी, क्षत्रिय कल्याण बोर्ड, स्वर्ण आयोग और सनातन बोर्ड का गठन, क्षत्रिय क्षात्रों के लिए जिलों में हॉस्टल का निर्माण, महापुरुषों और वीरांगनाओं का इतिहास संरक्षित करना, जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करना, गौ हत्या रोकने हेतु कड़े कानून, लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्म परिवर्तन जिहाद रोकने हेतु कड़े कानून बनाना, हिंदुस्तान को हिंदू सनातन राष्ट्र घोषित करवाना, सभी भूतपूर्व सैनिकों, अर्धसैनिक बलों और शहीदों के परिवारों को आर्थिक सहाय और सरकारी नौकरियों में प्रधानता देना, एट्रोसिटी का दुरुपयोग रोकने हेतु कड़े कानून बनाना और प्रोत्साहन राशि वितरण रोकना, आरक्षण में क्रिमिलेयर का प्रावधान और समीक्षा और वंचितों को लाभ, समान नागरिक संहिता (यूसीसी), मठ मंदिरों पर से सरकार का अंकुश खत्म करना जैसी मांगें शामिल हैं। डाॅ. शेखावत ने बताया कि 8 अक्टूबर दोपहर 12.15 बजे जयपुर राजस्थान में होने वाले इस महापड़ाव में प्रदेश और देशभर के लाखों क्षत्रिय आएंगे जो अपनी कई मांगों को लेकर जंगी प्रदर्शन करेंगे। साथ ही देश भर से कई संत महात्मा भी इस महापड़ाव का हिस्सा बनेंगे।