सवाई माधोपुर: जल संसाधन खण्ड सवाई माधोपुर में रेनगेज स्टेशनों पर आज दिनांक तक औसत वर्षा से अधिक 789.65 एम.एम. वर्षा दर्ज की गई हैं।
जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता अरूण शर्मा ने बताया कि जिले में स्थापित रेनगेट स्टेशनों ढ़ील बांध 744 एम.एम., मानसरोवर बांध 703 एम.एम., देवपुरा बांध 485 एम.एम., पांचोलास बांध 727 एम.एम., भाड़ौती 713 एम.एम., खण्डार 787 एम.एम., सवाई माधोपुर (मानटाउन) 874 एम.एम. दर्ज की गई है।
इसी प्रकार सवाई माधोपुर (तहसील) 891 एम.एम., खण्डार (तहसील) 966 एम.एम., चौथ का बरवाड़ा (तहसील) 782 एम.एम., मलारना डूंगर (तहसील) 924 एम.एम., बौंली (तहसील) 924 एम.एम., मित्रपुरा (तहसील) 692 एम.एम. वर्षा दर्ज की गई हैं। इसी प्रकार गंगापुर सिटी में स्थापित रेनगेज स्टेशनों मोरासागर बांध 837 एम.एम., गंगापुर सिटी (तहसील) 777 एम.एम., वजीरपुर (तहसील) 870 एम.एम., बामनवास (तहसील) 728 एम.एम., वर्षा दर्ज की गई हैं।
जिले के बांधों में पानी की स्थिति:
जल संसाधन विभाग के अनुसार खण्ड सवाई माधोपुर के अधीन कुल 18 बांध आते हैं, जिसमें 10 बांध सवाई माधोपुर जिले एवं 8 बांध गंगापुर सिटी जिले के हैं। जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता अरूण शर्मा ने बताया कि वर्तमान में मानसून सत्र चल रहा हैं, जिसमें हुई बारिश से विभाग के सभी बांधों में पानी की अच्छी आवक हुई हैं।
जिनमें से ढ़ील बांध 18.6 फीट (2.6 ऑवर फ्लो), मानसरोवर बांध 31.4 फीट (0.4 ऑवर फ्लो), गलाई सागर बांध 21.2 फीट (1.2 ऑवर फ्लो), पांचोलास बांध 20.9 फीट (0.9 ऑवर फ्लो), मुई बांध 6.11 फीट (0.11 ऑवर फ्लो), नागोलाव बांध 10.6 फीट (0.6 ऑवर फ्लो), नागतलाई बांध 7.1 फीट (0.1ऑवर फ्लो), नया तालाब लिवाली 7.6 फीट (1.6 ऑवर फ्लो), आकोदिया बांध 10.3 फीट (0.3 ऑवर फ्लो) बांध पूर्ण भरने के उपरान्त ऑवरफ्लो हो चुके हैं तथा लगभग सभी बांधों में पानी आवक लगातार हो रही हैं, जिस कारण यह संभावना हैं कि शेष बांध भी अपनी पूर्ण भराव क्षमता तक भर जाएंगे।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में विभागीय सभी बांध, एनिकट सुरक्षित हैं एवं विभाग द्वारा पूर्ण मॉनिटनिंग में हैं। सभी फिल्ड स्टॉफ को प्रतिघण्टा रिपोर्ट करने एवं मुख्यालय व फिल्ड पर रहने हेतु पाबन्द किया हुआ हैं। आमजन से अपील हैं कि जिले में भारी वर्षा के कारण सभी नदी-नाले अपने ऊफान पर हैं। ऐसी स्थिति में बांधों पर कम से कम जाएं एवं नदी नालों में आवागमन नहीं करें, साथ ही अधिक जल भराव क्षेत्र से दूरी बनाये रखें। सावधान रहे। सतर्क रहें।