राजस्थान जल जीवन मिशन में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बिछे भ्र*ष्टाचार के पाइपों की जांच के लिए सीबीआई की एंट्री होते ही जलदाय विभाग में खलबली मच गई है। बड़े अफसरों ने जल जीवन मिशन की पेयजल परियोजनाओं में गंभीर अनियमितताएं बरतने वाले इंजीनियरों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करना शुरू कर दी है। अनियमितताओं की जांच रिपोर्ट के आधार पर गत बुधवार को बाड़मेर के बालोतरा में ठेकेदारों को पाइप नहीं बिछाने और बिना भौतिक सत्यापन के करोड़ों रुपए भुगतान करने, लोहे की जगह प्लास्टिक के पाइप बिछाने जैसी गंभीर अनियमताएं करने पर आठ इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया।
इनमें बालोतरा डिवीजन के अधिशासी अभियंता जेपी गुप्ता, जगदीश सिंह राजपुरोहित, मुकेश मानतवाल, सहायक अभियंता सुनील माथुर, दीपक कुमार सिंह, कनिष्ठ अभियंता रामसिंह मीणा, सार्थ सिंदोलिया और खंड लेखाकार गोपीचंद सैनी है। सस्पेंड इंजीनियर जलदाय सचिव डॉ. समित शर्मा के कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कराएंगे।