जयपुर: एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाडा-प्रथम द्वारा कार्यवाही करते हुए रामनिवास मीणा पुत्र रतीराम मीणा निवासी खेडली कलां, तहसील महुआ, पुलिस थाना मंडावर, जिला दौसा हाल कनिष्ठ अभियंता, नगर परिषद पुष्कर, जिला अजमेर को परिवादी से 2 लाख रूपये रि*श्वत लेते हुए गिर*फ्तार किया गया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाडा-प्रथम को एक शिकायत इस आशय की मिली कि परिवादी द्वारा करवाये गये कार्यों के भुगतान से संबंधित बिलों पर हस्ताक्षर कर आगे एईएन व कमिश्नर को भिजवाने की एवज में बिलों की कुल भुगतान एवं पत्रावली उच्च अधिकारियों तक भिजवाने की एवंज में 2.60 लाख रूपये की रि*श्वत राशि की मांगकर परेशान किया जा रहा था।
मांग सत्यापन वार्ता में 16 फरवरी को रामनिवास कनिष्ठ अभियंता ने 2 लाख रूपये रि*श्वत स्वयं के लिये तथा 50,000 रूपये रि*श्वत राशि सहायक अभियंता मुकेश चौहान हाल स्वायत शासन विभाग, राजस्थान जयपुर (एपीओ) को दिलवायी गयी। जिस पर एसीबी अजमेर रेंज के उप महानिरीक्षक कालुराम रावत के सुपरवीजन में एसीबी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाडा-प्रथम के नेतृत्व में 21 फरवरी को पारसमल, उप अधीक्षक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाडा-प्रथम ने ट्रेप कार्यवाही की गई।
आरोपी रामनिवास मीणा पुत्र रतीराम मीणा कनिष्ठ अभियंता, नगर परिषद पुष्कर, जिला अजमेर को 2 लाख रूपये रि*श्वत राशि परिवादी से अपने चचेरे भाई महेश मीणा हाल जमादार नगर परिषद, पुष्कर जिला अजमेर को दिलवायी गयी। जो रि*श्वत राशि को लेकर फ*रार हो गया। जिसकी एसीबी द्वारा तलाश की जा रही है।