जयपुर: राजस्थान में कहीं पर भारी बारिश तो कहीं पर रिमझिम बारिश का दौर लगातार जारी है। राज्य में 3 दिन बाद भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अजमेर जिले में भारी बारिश के चलते हालात और बिगड़ गए हैं। कई कॉलोनियां और सड़कें जलमग्न हो गई हैं। फॉयसागर झील की पाल टूटने का खतरा पैदा हो गया है। बिगड़ते हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने सेना को बुलाया है।
रविवार शाम अजमेर कैंटोनमेंट क्षेत्र से मेजर राजेश यादव ने टीम के साथ फाॅयसागर, आनासागर झील और जलभराव क्षेत्र का जायजा लिया है। इस दौरान रेस्क्यू ऑपरेशन का प्लान भी तैयार किया गया। अजमेर में आज भी स्कूलों में छुट्टी है। वहीं सभी सरकारी कर्मचारी-अफसर के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। आज सोमवार को राज्य के 20 से ज्यादा जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 16 सितंबर के बाद बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है। प्रदेश में इस सीजन अब तक औसत से 58 फीसदी ज्यादा पानी बरस चुका है। अगर राजस्थान में 1 जून से 9 सितंबर की बात करें तो अब तक औसत बारिश 402.5MM होती है, जबकि इस सीजन में अब तक 635.7MM हो चुकी है।
भारी बारिश का अलर्ट:
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना वेलमार्क लो-प्रेशर सिस्टम (WML) आज और ज्यादा स्ट्रॉन्ग होकर डिप्रेशन में बदल गया। यह ओडिशा और पश्चिम बंगाल की तरफ आगे बढ़ रहा है। अगले एक-दो दिन में और ज्यादा स्ट्रॉन्ग होकर डीप डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है। इस सिस्टम के असर से पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में 12-13 सितंबर को भारी बारिश और कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने की आशंका है।