वस्त्र अभियंत्रिकी में दी गई अमजद को पीएचडी की उपाधि
सवाई माधोपुर जिले के बेहतेड़ निवासी अख्तरुल इस्लाम अमजद को राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा के द्वारा पीएचडी की उपाधि वस्त्र अभियंत्रिकी में दी गयी है। माणिक्य लाल वर्मा टैक्सटाइल इंजीनियरिंग कॉलेज भीलवाड़ा के प्रोफेसर डॉ. राजीव कुमार के निर्देशन में उन्होंने सस्टेनेबल मेलेंज वस्त्रों की भौतिक, यांत्रिक एवं आरामदायक गुणों पर अध्ययन किया है। जिसमें, समुद्री शेवालों, ऑर्गनिक कॉटन व संश्लेषित रेशों से निर्मित वस्त्रों का निर्माण किया।
शोध में पाया की सी-सेल व कॉटन से मिश्रित रेशों से बने कपड़े न केवल ज्यादा आरामदायक होते हैं अपितु इनका उपयोग आंतरिक परिधानों के रूप में भी किया जा सकता है। जिससे त्वचा संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है। वर्तमान में अमजद सहायक प्रोफेसर के पद पर उत्तर प्रदेश वस्त्र प्रौद्योगिकी संस्था में कार्यरत हैं। वे इस शोध से संबंधित 9 शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय जनरल व अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी मे प्रकाशित करवा चुके हैं। धागे व वस्त्र निर्माण का कार्य आरएसडब्ल्यूएम लिमिटेड भीलवाड़ा के सहयोग से किया गया।
शोध कार्य पूरा करने मे एनआईटी जालंधर के प्रोफेसर सिनहा, प्रो. भौमिक, सीएसडब्ल्यूआरआई जयपुर के डॉ. अजय, अल्बर्ता यूनिवर्सिटी कनाड़ा के प्रोफेसर पेट्रिशिया, निफ्ट जोधपुर के प्रो. रेगर, आरएसडब्ल्यूएम लिमिटेड के बिजनेस हेड अश्वनी मित्तल एवं एमएलवी कॉलेज के संस्था प्रधान प्रो. धीरेंद्र शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
अमजद को जॉइंट सेक्रेटरी उच्च शिक्षा डॉ. मोहम्मद नईम, राजकीय बालिका विद्यालय मलारना डूंगर के प्रिंसिपल जमील अहमद, ज़हीन अख्तर, मुफ़ीदा बानों, खनसा नईम सहित सभी परिजनों व शुभचिंतकों ने बधाई देकर उज्जवल भविष्य की कामना की है।