रमजान में इबादत अपने घर पर ही करने की अपील
कोरोना संक्रमण को देखते हुए राजस्थान सरकार के अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री सालेह मोहम्मद ने रमजान में नमाज, तरावीह एवं इबादत अपने घर से ही करने की अपील की है।
उन्होंने रमजान माह में लाॅकडाउन की पालना के संबंध में धर्मगुरूओं व जनप्रतिनिधियों से अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के संबंध में आग्रह किया है। इसी क्रम में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सलीम खान ने जिले के समस्त शहर काजी, इमाम, मौलवी, मुफ्ती, मदरसो के सदर व सचिव को रमजान माह के दौरान सभी प्रकार की नमाज, तरावीह, सहरी, इफ्तार व इबादत अपने-अपने घरों में रहकर करने के लिए लोगों से आग्रह करने की अपील की है।
कलेक्टर ने धर्मगुरूओं से मांगा सोशल डिस्टेंसिंग की पालना में सहयोग
जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने जिलेवासियों को रमजान, परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएं दी है। कलेक्टर पहाड़िया ने नागरिकों का आव्हान किया है कि इन त्यौहारों को घर से ही मनाये तथा लाॅकडाउन का पूर्ण पालन करें।
जिला कलेक्टर ने इस संबंध में सभी धर्मगुरूओं, जनप्रतिनिधियों व अपने क्षेत्रों के अन्य प्रभावशील लोगों से निवेदन किया है कि लाॅकडाउन की पूर्ण पालना करें तथा घर पर रहकर भी पूजा/इबादत करने के महत्व को समझाने के लिए सरल भाषा में वीडियो/ओडियो क्लिप बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित करें। इन संदेशों को जिला प्रशासन की अनुमति व सहयोग से धार्मिक स्थानों पर लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम (लाउडस्पीकर) आदि से भी प्रसारित करवाने की जिला कलेक्टर ने अपील की है।
जिला कलेक्टर ने अपील में बताया कि इन त्यौहारों को घर पर रहकर ही सादगी से मनाये। उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगो से अपील की है कि वे रमजान के पवित्र महीने में घर से की गई इबादत में अल्लाह से गुजारिश करें कि कोरोना वैश्विक महामारी से दुनिया को जल्द ही निजात मिले और फिर से सभी जगह खुशहाली आये। उन्होंने बताया कि दुनियाभर के मुस्लिम धर्मगुरूओं ने साफ संदेश दिया है कि कुरान और हदीश में मानव जीवन की रक्षा से बढ़कर कुछ नहीं बताया गया है। संकट काल में घर से ही नमाज पढ़ने के साफ निर्देश है। इन निर्देशों पर अमल कर मानव जीवन की रक्षा में अपना योगदान अर्पित करें।
जिला कलेक्टर ने बताया कि किसी भी पर्व, त्यौहार पर जुलूस की कतई अनुमति नहीं दी जायेगी। उन्होंने परशुराम जयंती को श्रद्धा से घर पर ही मनाने का आव्हान किया है। उन्होंने यह भी बताया कि इफ्तार पार्टी का कतई आयोजन नहीं करे, इससे सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होगा। जिला कलेक्टर ने धर्मगुरूओं से निवेदन किया कि लोगो को सोशल मीडिया के माध्यम से भी सोशल डिस्टेंसिंग एवं प्रोटोकाॅल की पालना के लिए जागरूक करें।
बाल विवाह रोकथाम के लिए कन्ट्रोल रूम स्थापित
जिला मजिस्ट्रेट नन्नूमल पहाड़िया ने अक्षय तृतीया पर होने वाले बाल विवाह की प्रभावी रोकथाम के लिये कलेक्ट्रेट के कमरा नम्बर 7 में जिला स्तर पर कन्ट्रोल रूम स्थापित किया है। जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 07462-220201 है।
उन्होंने बताया कि कन्ट्रोल रूम 26 अप्रैल से 31 मई 2020 तक क्रियाशील रहेगा। वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए कन्ट्रोल रूम क्रियाशील है। उन्होंने बताया कि कन्ट्रोल रूम अपने कार्य के साथ-साथ बाल विवाह से संबंधित शिकायतों का निवारणार्थ कार्य भी सम्पादित करेंगे।
फोन पर बुक कराने पर ही मिलेगा सामान
उपखंड मुख्यालय पर कर्फ्यू के दौरान प्रशासन के निर्देशानुसार स्थानीय राशन सामग्री विक्रेताओं द्वारा आज से होम डिलीवरी शुरू कर दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार इस संबंध में राशन सामग्री विक्रेताओं की बुधवार को ऑनलाइन मीटिंग किराना संघ अध्यक्ष महेंद्र जैन के द्वारा आयोजित की गई, जिसमें तय किया गया कि कोरोना महामारी संक्रमण काल में लोगों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति अब घर बैठे की जावेगी। इसके लिए उपभोक्ताओं को निर्धारित दुकानदारों के मोबाइल नंबरों पर दोपहर से शाम तक ऑर्डर देकर सामग्री बुक करानी होगी। अगले दिन शाम 4 से 7 बजे तक उपभोक्ताओं को बुक कराया किराना सामान उनके घरों पर मिलेगा।
स्थानीय किराणा संघ के अध्यक्ष महेंद्र जैन के अनुसार उपभोक्ताओं द्वारा बुक कराए गए सामान की पैकिंग दुकान की आधी शटर गिराकर सुबह 8 से 11 बजे तक की जावेगी। फिर शाम को 4 से 7 तक बुक सामान की होम डिलीवरी घर जा कर दी जाएगी।
इस दौरान दुकानदारों ने उपखंड प्रशासन से एक एक दुकानदार को 11 डिलीवरी ब्वॉय की अनुमति देने और बाजार में अतिरिक्त जाप्ते की व्यवस्था कराने की मांग की।