मार्च माह से ही शुरू हुई गर्मी ने अप्रैल शुरू होते ही लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। इस बार मार्च के महीने में ही मई-जून जैसी गर्मी का एहसास होने लगा है। मार्च में ही तेज गर्मी ने लोगों को हलकान कर दिया। लेकिन पिछले कुछ दिनों से गर्मी ने लोगों को परेशानी में डाल रखा है।
चिलचिलाती गर्मी व तेज धूप से लोगो की हालत खराब है। गर्मी व तेज धूप से लोग घरों में दुबकने लगे हैं। दोपहर में सड़कें सूनी नजर आती हैं। गर्मी का अहसास सुबह 8 बजे से होने लगता है। गर्मी बढ़ने के साथ गर्म हवा के थपेड़ों से बचने लोग टोपी, चश्मा, स्कार्फ व ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करने लगे हैं। हालांकि मौसम विभाग की ओर से अभी और गर्मी बढ़ने की बात कही जा रही है। बढ़ती गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ पर भी पड़ने लगा है।
चिकित्सालयों एवं डाॅक्टरों के घरों पर अचानक मौसमी बीमारियों से ग्रसित लोगों की लाइनें दिखाई देने लगी हैं। गर्मी बढ़ने के साथ ही जूस, आईसक्रीम, गन्ने के रस के साथ ही खीरा, ककड़ी, टमाटर, खरबूजा, तरबूजों की दुकानें नजर आने लगी है।