हम विभक्त थे तो सदियों तक गुलामी सहनी पड़ी। यदि हम अपनी मतभेदों को भूलकर एक हो जाएं और अपनी एक ही जाति हिंदुस्तानी होना माने तो न सिर्फ हमारा देश विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा बल्कि हमें एक बार फिर से सोने की चिड़िया होने से कोई नहीं रोक सकेगा। उक्त विचार ग्राम पंचायत खंडार के सरपंच हंसराज बैरवा ने व्यक्त किए। वह केंद्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय, सवाई माधोपुर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के भारत सरकार द्वारा खंडार में आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव व आठ साल बेमिसाल चित्र प्रदर्शनी के समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। साथ ही बैरवा द्वारा संविधान के महत्व पर भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर मंच पर विवेकानंद माध्यमिक विद्यालय खंडार के संस्था प्रधान महेश, महावीर उच्च माध्यमिक विद्यालय के निदेशक अरविंद जैन, गुरुकुल माध्यमिक विद्यालय के बुद्धि सागर वैष्णव, संजू वैष्णव व खंडार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी रामराज मीणा इत्यादि गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए खंडार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी रामराज मीणा ने बताया कि इस प्रदर्शनी में स्वतंत्रता के महानायकों तथा भारत की विकास की विभिन्न आयामों की जानकारी रोचक तरीके से प्रस्तुत की गई है। आज भारत बहुत तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर है और इसकी वजह से दुनियाभर में रहने वाले भारतीयों के मन में गर्व की अनुभूति होती है। आज समाज के अंतिम छोर पर स्थित व्यक्ति के लिए न सिर्फ योजनाएं लागू की जा रही है बल्कि उनकी जानकारी भी घर-घर पहुंचाई जा रही है साथ ही मीणा द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर संविधान के महत्व पर भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के प्रारंभ में क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी विकास नापा ने इस प्रदर्शनी के आयोजन का उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए पिछले तीन दिनों के दौरान आयोजित की गई विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी।
कार्यक्रम का संचालन और आभार ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार सहायक नेमी चंद मीणा ने किया। समापन समारोह के अवसर पर विभिन्न विद्यालयों से आए छात्र-छात्राओं ने नृत्य, कविता, देशभक्ति गीतों का गायन भी किया गया। प्रदर्शनी के कार्यक्रमों में शारदा कला मंडल सीकर के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी में खंडार के सरकारी व प्राइवेट स्कूलों की छात्र-छात्राओं, महिला एवं बाल विकास विभाग की महिलाओं और युवाओं ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर आयोजित विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लिया एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया और विजेताओं को पुरस्कार वितरण की गई इसके अलावा विभिन्न योजनाओं पर विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा मार्गदर्शन भी किया गया।
लोकतंत्र का मार्गदर्शक ग्रन्थ है संविधान: नापा
भारतीय संविधान दुनिया का एकमात्र सबसे लंबा लिखित संविधान है। हमारे देश का संविधान विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का मार्गदर्शक ग्रंथ है। यह बात आज केन्द्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय सवाई माधोपुर, द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में केन्द्रीय संचार ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी विकास नापा ने कही। उन्होंने कहा कि संविधान के रचयिता डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती पर साल 2015 में 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाए जाने की घोषणा की गई थी, तब से हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जा रहा है।
कार्यक्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खंडार के चिकित्सा अधिकारी रामराज मीणा ने कहा कि हमारे देश का संविधान हमें हमारे मौलिक अधिकार दिलाता है और हमारे मौलिक कर्तव्यों की याद दिलाता है । इस अवसर पर प्रदर्शनी में उपस्थित गुरुकुल माध्यमिक विद्यालय खंडार के छात्र-छात्राओं के बीच संविधान के महत्व पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई एवं संविधान की प्रस्तावना का पठन व संविधान का पालन करने की शपथ भी दिलाई गई । विजेता प्रतिभागियों को केन्द्रीय संचार ब्यूरो की ओर से ग्राम पंचायत खंडार के सरपंच हंसराज बैरवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी रामराज मीणा केन्द्रीय संचार ब्यूरो के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी विकास नापा ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।