नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के खिलाफ हुए वि*रोध प्रद*र्शन के दौरान बीते सप्ताह हिं*सा भ*ड़क गई थी। हिं*सा और आ*गजनी में तीन लोगों की मौ*त के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार देर रात जारी एक खुले पत्र में राज्य के लोगों से शांत रहने की अपील की है। उन्होंने इस अशांति के लिए बीजेपी और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी और आरएसएस ने पश्चिम बंगाल में दुर्भावनापूर्ण झूठा अभियान शुरू किया है।
उन्होंने मुर्शिदाबाद हिं*सा का जिक्र करते हुए कहा कि ये ताकतें उ*कसावे पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का इस्तेमाल विभाजन की राजनीति के लिए कर रही हैं। उन्होंने पत्र में लिखा है कि मैंने इससे पहले कभी आरएसएस का नाम नहीं लिया था, लेकिन अब मजबूरन कहना पड़ रहा है कि राज्य में जारी कुप्रचार के पीछे इसी संगठन का हाथ है। मुख्यमंत्री का आरोप है कि बीजेपी और आरएसएस पश्चिम बंगाल में ‘फूट डालो और राज करो’ का खेल खेल रही है। ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक समुदायों को एक-दूसरे का खयाल रखना चाहिए।
उन्होंने लिखा है कि हम सांप्रदायिक दं*गों की निंदा करते हैं और उनको रोकना चाहिए। दं*गों में शामिल अप*राधियों से सख्ती से निपटा जा रहा है, लेकिन हमें आपसी अविश्वास से बचना चाहिए। उन्होंने पत्र में कई बीजेपी शासित राज्यों का नाम लेकर वहां की स्थिति का भी जिक्र किया है। आरएसएस ने अब तक ममता बनर्जी के आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन बीजेपी नेता जगन्नाथ चटर्जी ने कहा है कि मुख्यमंत्री के खुले पत्र के हर हिस्से से विभाजन की राजनीति की बू आती है।
पहले किसने उकसाया था? कोलकाता में पत्रकारों से बातचीत में उनका आरोप था कि तृणमूल कांग्रेस ने ही वक्फ कानून के वि*रोध के नाम पर समाज के एक तबके को आग से खेलने की अनुमति दी थी। इस वजह से मुर्शिदाबाद में हिंदू आ*तंक में जी रहे हैं। राज्य पुलिस और प्रशासन के सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहने के कारण ही वहां केंद्रीय बल के जवानों को तैनात करना पड़ा। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और सीपीएम के सुजन चक्रवर्ती ने भी मुख्यमंत्री की आलोचना की है। दोनों नेताओं का कहना था कि ममता बनर्जी ने ही बंगाल में बीजेपी और आरएसएस की जगह बनाने में मदद की थी। वो अब जिस खतरनाक खेल की बात कर रही हैं, उसका बीज तो उन्होंने ही रोपा था।