राजस्थान में बूंदी पुलिस कांस्टेबल अभिषेक शर्मा हत्याकांड की आरोपी उसकी साली और साली का प्रेमी पुलिस रिमांड पर हैं। दोनों ने पुलिस पूछताछ में कई चौंका देने वाले खुलासे किए हैं। कांस्टेबल अभिषेक के साथ हत्या वाली रात को क्या-क्या किया। दोनों ने वो सब सिलसिलेवार बयां किया, जिसे सुनकर बूंदी पुलिस की भी रूह कांप उठी। उधर, अभिषेक के शव का 110 दिन बाद आज दाह संस्कार कर दिया गया।
जीजा के घर बीस दिन रही थी साली:-
बूंदी एएसपी सतनाम सिंह ने बताया कि बूंदी पुलिस के कांस्टेबल अभिषेक की हत्या उसकी सवाई माधोपुर के बौंली निवासी फुफेरी साली श्यामा शर्मा ने अपने प्रेमी नावेद रंगरेज के साथ मिलकर की थी। श्यामा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसके अपने जीजा अभिषेक से प्रेम संबंध थे। वह बीस दिन उनके घर भी रही थी।
पति को छोड़ पीहर आ गई पत्नी:-
इसी दौरान श्याामा की बहन दिव्या को अभिषेक और श्यामा के प्रेम प्रसंग का पता चल गया था। इस बात को लेकर पति अभिषेक और पत्नी दिव्या के बीच झगड़ा हुआ। फिर दिव्या ने कांस्टेबल पति अभिषक के खिलाफ दहेज का मामला दर्ज करवाकर अपने पीहर सवाई माधोपुर के जरवाड़ा गांव आकर रहने लगी।
अभिषेक नहीं छोड़ना चाहता था श्यामा को:-
उधर, दिव्या का घर उजड़ने के बाद श्यामा ने अभिषेक को छोड़ना चाहा तो अभिषेक छोड़ने को तैयार नहीं हुआ। इस पर श्यामा ने अपने दूसरे प्रेमी नावेद के साथ मिलकर उसकी हत्या का प्लान बनाया। 28 अगस्त की रात को अभिषेक को बूंदी से सवाई माधोपुर के बौंली बुलाया। अभिषेक रात को मोटरसाइकिल पर सवार होकर बौंली पहुंचा।
आधी रात को हत्या कर दफनाया शव:-
जीजा-साली ने साथ खाना खाया और फिर श्यामा अपने प्रेमी नावेज को साथ लेकर अभिषेक को बौंली के विजयगढ़ किले ले गई। यहां पर रात करीब 12 बजे अभिषेक के सिर पर लोहे के राड से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। फिर उसका शव वहीं पर दफन करके दोनों आ गए। उसकी मोटरसाइकिल कुएं में डाल दी और कपड़े ताबाल में फेंक दिए। उधर, कांस्टेबल अभिषेक शर्मा 28 अगस्त 2019 को रहस्यमयी ढंग से लापता हो गया तो परिजनों ने की तलाश शुरू की। परिजनों ने 5 सितंबर 2019 को बूंदी कोतवाली पुलिस थाने में पुलिस कांस्टेबल अभिषेक शर्मा की गुमशुदगी दर्ज करवाई गई।
मोबाइल की लोकेशन ने खोला हत्या का राज:-
बूंदी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह ने बताया कि बूंदी निवासी कांस्टेबल अभिषेक शर्मा की शादी सवाई माधोपुर के जरवाड़ा गांव की दिव्या हुई थी। दिव्या की बौंली निवासी फुफेरी बहन श्यामा शर्मा से अभिषेक की दोस्ती हो गई। फिर दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। सालभर पहले श्यामा बूंदी आई और अभिषेक के घर बीस दिन तक रहकर भी गई थी। पुलिस जांच के दौरान जब बात सामने आई तो श्यामा और अभिषेक के मोबाइल की कॉल डिटेल को खंगाला गया। दोनों के मोबाइल की लोकेशन 28 अगस्त की रात को बौंली के विजयगढ़ के किले के आसपास की निकली तो पुलिस ने श्यामा और उसके कथित प्रेमी नावेद को पकड़कर पूछताछ की तो शुरुआत में तो वे पुलिस को गुमराह करते रहे फिर सख्ती बरतने पर सच उगल दिया। 110 दिन बाद विजयगढ़ के किले में दफन कांस्टेबल अभिषेक शर्मा को शव निकलवाया गया, जो कंकाल बन चुका था।